JNU Violence : अखिलेश यादव बोले- भाजपा प्रायोजित हिंसा और पुलिस के व्यवहार पर प्रश्न चिन्ह
JNU Violence अखिलेश यादव ने कहा कि रविवार शाम की जेएनयू की हिंसा प्रायोजित थी। जेएनयू को एक विचारधारा के लोग उसी विचारधारा में ढालना चाहते हैं।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार को हिंसा की घटना को अखिलेश यादव ने प्रायोजित बताया है। अखिलेश यादव ने सोमवार को सपा प्रदेश मुख्यालय में मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने जेएनयू की हिंसा के पीछे भाजपा का हाथ बताया।
अखिलेश यादव ने कहा कि रविवार शाम की जेएनयू की हिंसा प्रायोजित थी। जेएनयू को एक विचारधारा के लोग उसी विचारधारा में ढालना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी वाराणसी में समाजवादी छात्रसभा के नेताओं पर भी जेएनयू जैसे हमले हुए थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस का व्यवहार भी संदेह के घेरे में है। उस पर तो प्रश्न चिन्ह लग रहा है। पुलिस वहां पर इंतजार करती रही कि हमको कही से निर्देश मिले। तब तक वहां पर हिंसा बढ़ती रही। पुलिस वहां के गेट के बाहर इंतजार करती रही कि जब सूचना आएगी तो हम जाएंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बेहतर ढंग से जानती है कि प्रोपेगंडा कैसे फैलाया जाता है। भाजपा तो देश के हर विश्वविद्यालय को बरबाद करना चाहती है। एक ही रंग के लोग प्रदेश में और देश मे आग लगा रहे हैं। भाजपा तो कभी सत्य नहीं बोलती है। भाजपा तो झूठी पार्टी है। जेएनयू में दंगों के पीछे भाजपा का हाथ है। सरकार और पुलिस जानती है कि जेएनयू की हिंसा के पीछे षड्यंत्र किसका था, उनपर तुरंत कार्यवाही हो।
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा से जुड़े मुख्य सवालों से भागने के लिए भाजपा ने ही दंगा करवाया है। जेएनयू में जो हुआ उसको देश दुनिया ने देखा। वहां पर प्लानिंग के हिसाब से किस तरह लोग मुंह छिपा के आये तोडफ़ोड़ की। जिसमें छात्र संघ अध्यक्ष को गम्भीर चोटें आईं। वहां पर टीचिंग स्टाफ को पीटा गया। कपड़ों से पहचानिये दिल्ली जेएनयू की घटना में कौन लोग हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि अब तो भाजपा समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग जेएनयू छात्र संघ पर कब्जा करना चाहते हैं। यह लोग प्रोपोगंडा फैलाने के लिए अब छात्र संघों पर कब्जा चाहते हैं। यह लोग चाहते हैं यूनिवर्सटी बर्बाद हो जाये। उन्होंने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि गरीब के बच्चे यहां पहुंचें और पढ़ लिखें। उन्होंने कहा कि यहतो वेल प्लांड अटैक था। इससे पहले जामिया में भी यही हुआ। वहां पर भी पुलिस के कपड़े पहन कर दूसरे लोग आए और छात्र-छात्राओं पर जानलेवा हमला बोला था। भाजपा के लोग लोकतंत्र को बर्बाद करना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीएए के विरोध के बाद उग्र प्रदर्शन तथा दंगों के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। पुलिस ने यहां प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग की। पुलिस की गोली से लोगों की जान गई है। अगर सरकार चाहती तो किसी की जान नही जाती। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों के अफसरों ने सूझबूझ से काम लिया। वहां भी लाखों लोग सड़क पर निकले मगर उन जगहों पर कुछ नही हुआ। यूपी में अन्याय हो रहा है।