छत्तीसगढ़: इस फार्मूले से चौथी बार सत्ता के शिखर तक पहुंचेगी भाजपा
भाजपा हर बूथ पर सभी जाति और समाज के प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखकर बनाएगी टीम राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री सौदान भी जातिगत समीकरण ध्यान में रखने की दे रहे नसीहत...
रायपुर, [नईदुनिया प्रतिनिधि]। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जातिगत समीकरण साधने शुरू कर दिए हैं। भाजपा प्रदेश संगठन ने विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से पहले हर बूथ में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर टीम बनाने का निर्देश जारी किया गया है। पार्टी हर बूथ पर एसटी, एससी, पिछड़ा वर्ग, महिला और युवा को ध्यान में रखकर टीम बनाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री सौदान सिंह ने बस्तर से लेकर सरगुजा तक की अपनी हर बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को इस फार्मूले का पालन करने का निर्देश दिया है।
दरअसल, सत्ता की चौथी पारी के लिए भाजपा किसी भी वर्ग को नाराज करने की स्थिति में नहीं है। प्रदेश में आदिवासी वर्ग की सरकार से खुलकर नाराजगी सामने आ रही है। पिछड़ा वर्ग के प्रदेश सम्मेलन में समाज के नेताओं को विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार बनाने की रणनीति शुरू हो गई है। अनुसूचित जाति वर्ग भी अपनी मांगों को लेकर मैदान में है। ऐसे में चुनाव से आठ महीना पहले इन सभी वर्गों को साधने के लिए संगठन ने बूथ पर जातिगत समीकरण का फार्मूला निकाला है। भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि भाजपा से नेताओं की उम्मीद ज्यादा है। लगातार 15 साल सत्ता में रहने के बाद पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अब सत्ता और संगठन में भागीदारी चाह रहे हैं। ऐसे में इन लोगों को नाराज किए बिना संगठन को मजबूत करने की कवायद चल रही है।
प्रदेश से लेकर बूथ तक रहे एकरूपता
भाजपा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि हम जो नए सदस्य बना रहे हैं, उसमें सभी समाज के लोगों को जोड़ा जाए, ताकि बूथ, मंडल, जिला व प्रदेश तक संगठन में एकरूपता नजर आए। बूथ मैनेजमेंट के लिए बूथों को मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत है। चुनाव को देखते हुए बूथ अध्यक्ष और सदस्यों को सभी शक्ति केंद्र को और संगठित तथा मजबूत करने का निर्देश दिया गया है। सौदान ने कहा कि मंडल की प्रत्येक माह में बैठक लेकर रिपोर्ट मंगाई गई है।
टल गया युवाओं का लोकसभावार सम्मेलन
युवा मोर्चा को हर लोकसभा में एक लाख युवाओं का सम्मेलन कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा ने बताया कि इन सम्मेलनों को फिलहाल टाल दिया गया है। संभवत: यह सम्मेलन फरवरी महीने के आखिरी सप्ताह में कराया जा सकता है। बताया जा रहा है कि पार्टी यह सम्मेलन बड़े भव्य तरीके से करना चाहती है। ऐसे में इन सम्मेलनों को चुनावी मोड में आने के बाद कराने के मूड में है। सौदान सिंह ने भी युवा मोर्चा को फिलहाल सम्मेलन नहीं करने की सलाह दी है।
क्या कहते हैं भाजपा नेता
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक कहते हैं, विधानसभा चुनाव को देखते हुए हर बूथ को मजबूत करने के लिए पार्टी काम कर रही है। बूथ पर हर वर्ग और जाति के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। इसके लिए बूथ पर युवा, महिला, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को शामिल करके एक समग्र टीम बनाई जा रही है। अधिकांश स्थानों पर टीम बनाने का काम शुरू भी कर दिया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मंशा है कि संगठन से समाज के हर वर्ग जुड़ा रहे, इसे देखते हुए यह कार्य शुरू किया गया है।