त्रिपुरा की राजनीति में बढ़ रही महिलाओं की दखल, कांग्रेस-भाजपा ने भी खेला दाव
मुख्यमंत्री और सीपीआई-एम पोलित ब्यूरो के सदस्य माणिक सरकार को अपने धनपुर विधानसभा क्षेत्र (पश्चिम त्रिपुरा में) में दो महिलाओं का सामना करना पड़ेगा।
अगरतला, आइएएनएस। त्रिपुरा में महिलाएं आगे आ रही हैं। ये राजनीति में भी नजर आ रहा है। रविवार को त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव में 23 महिलाएं चुनावी दंगल में नजर आएंगी, जिनमें से 2 मुख्यमंत्री माणिक सरकार के खिलाफ ताल ठोक रही हैं। पूर्वोत्तर राज्य में महिला मतदाताओं के प्रतिशत में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। देश में अब तक की सर्वोच्च महिला मतदाता इसी राज्य में हैं।
त्रिपुरा में महिलाओं की महत्ता को राजनीतिक पार्टियां भी समझ रही हैं। इसीलिए लगभग सभी पार्टियों ने महिलाओं उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतरने का मौका दिया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (सीपीआई-एम) ने इस बार सात महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने पांच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चार और तृणमूल कांग्रेस ने दो महिलाओं को मैदान में उतारा है। त्रिपुरा में विधानसभा की 60 सीटें हैं। 18 फरवरी को त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव में 23 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं।
साल 2013 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में 15 महिला उम्मीदवार थीं, जिनमें से पांच ने जीत दर्ज की थी, लेकिन सात अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई थीं। वहीं 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में 31 महिलाएं चुनाव मैदान में उतरीं, जिनमें से सिर्फ तीन ही जीत दर्ज कर पाई थीं और 22 की जमानत जब्त हो गई थी।
मुख्यमंत्री और सीपीआई-एम पोलित ब्यूरो के सदस्य माणिक सरकार को अपने धनपुर विधानसभा क्षेत्र (पश्चिम त्रिपुरा में) में दो महिलाओं का सामना करना पड़ेगा। माणिक के खिलाफ भाजपा ने प्रतिमा भोमिक और कांग्रेस ने लक्ष्मी नाग (बर्मन) को चुनाव मैदान में उतारा है। लक्ष्मी नाग मंत्री पद पर भी रह चुकी हैं। वह माणिक का कड़ी टक्कर दे सकती हैं, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।
त्रिपुरा में महिला मतदाता भी बेहद जागरूक नजर आती हैं। 2013 और 2008 में हुए विधानसभा चुनावों में महिला मतदाताओं का प्रतिशत क्रमश: 92.94 और 91.72 प्रतिशत रहा। महिला मतदाताओं के मुकाबले पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 90.73 और 90.74 प्रतिशत रहा। शायद यही वजह है कि त्रिपुरा चुनाव विभाग ने अपना ब्रांड अंबेसडर जिमनास्ट दीपा करमाकर को बनाया है। दीपा ने 2016 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। ओलंपिक में लेने वालीं वह पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं। पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वह प्रथम भारतीय, पुरुष अथवा महिला जिम्नास्ट हैं।