कर्नाटक का नाटक: कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे चार विधायक, संकट गहराया
Karnataka में चल रहे नाटक के अर्न्तगत शुक्रवार को कांग्रेस की बैठक हुई। इस दौरान 76 विधायक मौजूद रहे।
बेंगलुरु, प्रेट्र। कर्नाटक की कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसका संकेत शुक्रवार को भी देखने को मिला। भाजपा पर तख्तापलट की कोशिशों का आरोप लगाने वाले कांग्रेस ने ताकत दिखाने के लिए अपने विधायक दल की बैठक बुलाई थी। लेकिन इस बैठक में उसके चार विधायक नहीं पहुंचे। विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि वह इन विधायकों नोटिस जारी कर जवाब तलब करेंगे। उसके बाद पार्टी हाई कमान से उनके बारे में बात करेंगे।
सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायकों को पाला बदलने के लिए 100 करोड़ रुपये तक का भी प्रस्ताव दिया जा रहा है। मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आखिर चौकीदार के पास इतना धन कहां से आया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिशों में भाजपा की राज्य इकाई ही नहीं, बल्कि पीएम मोदी, अमित शाह और पार्टी के केंद्रीय इकाई के कई नेता भी लगे हुए हैं।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचने वाले विधायकों में रमेश जारकिहोली, बी नगेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाताहल्ली शामिल हैं। जारकिहोली को हाल ही में मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था, जिससे वह नाराज थे।
हालांकि, कांग्रेस के इन चार विधायकों की नाराजगी से फिलहाल कुमारस्वामी सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि संख्याबल उसके पक्ष में है। सिद्धरमैया ने कहा कि बैठक में 79 में से 76 विधायक मौजूद थे। उन्होंने कहा कि जाधव ने पहले ही बता दिया था कि तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से वह बैठक में नहीं आ पाएंगे। जबकि, नागेंद्र ने एक कोर्ट केस के चलते बैठक से अनुपस्थित रहने की पूर्व सूचना दे दी थी। बाकी के दो विधायकों ने बैठक में नहीं आने के बारे में कोई सूचना नहीं दी थी।
सिद्धरमैया ने सभी विधायकों से बैठक में आने को कहा था। उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि बैठक में नहीं आने को गंभीरता से लिया जाएगा और गैरमौजूद रहने वाले विधायकों के खिलाफ दल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
रिसॉर्ट ले जाए गए कांग्रेस विधायक
अपने विधायकों को जोड़े रखने के लिए कांग्रेस को किस तरह की कोशिशें करनी पड़ रही ही, यह भी देखने को मिला। बैठक के बाद विधानसभा से सभी विधायकों को दो बसों से एक रिसॉर्ट ले जाया गया। इसके बारे में सिद्धरमैया ने कहा कि भाजपा के चंगुल से बचाने के लिए सभी विधायक, सांसद और मंत्री जब तक जरूरत होगी एक साथ ही रहेंगे।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर सीबीआइ, ईडी और आयकर विभाग के जरिए कांग्रेस विधायकों को डराने का आरोप लगाया। जबकि, भाजपा के महासचिव पी मुरलीधर राव ने कहा कि कांग्रेस के चार विधायकों की गैरमौजूदगी से साफ है कि देश की सबसे बड़ी पार्टी में कुछ न कुछ गड़बड़ है।
गुरुग्राम में जमे हैं भाजपा विधायक
वहीं, भाजपा के सभी विधायक गुरुग्राम के एक पॉश होटल में डेरा जमाए हुए हैं। पार्टी का कहना है कि इन विधायकों को कांग्रेस का शिकार होने से बचाने के लिए यहां रखा गया है।