हावड़ा की स्थिति सबसे चिंताजनक, लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सशस्त्र पुलिस की होगी तैनाती : ममता
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को रेड जोन वाले जिलों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने का निर्देश दिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को रेड जोन वाले जिलों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने खासकर राजधानी कोलकाता व हावड़ा में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कोलकाता के कुछ वार्ड काफी प्रभावित हैं। वहीं, हावड़ा में हालत बहुत चिंताजनक है और स्थिति इतनी खराब स्तर पर पहुंच गई है कि यदि हम अभी इसको नहीं रोक सकेंगे तो यहां सामुदायिक स्तर पर संक्रमण फैल सकता है। उन्होंने खासकर हावड़ा के शहरी इलाके की स्थिति को संवेदनशील बताते हुए यहां किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की। उन्होंने यहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए सशस्त्र पुलिस बल को तैनात करने का भी निर्देश दिया।
साथ ही मुख्यमंत्री ने यहां शहरी इलाके के सभी बाजारों को बंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने हावड़ा के पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति घर से नहीं निकले और इस इलाके में बाहर से कोई भी लोग नहीं पहुंचे यह सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने यहां पुलिस द्वारा ही लोगों को जरूरी सामान घर में मुहैया कराने की बात कही। ममता ने कोलकाता के भी कुछ वार्डों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कुल मामलों में से करीब 90 फीसदी मामले कोलकाता और हावड़ा से हैं। यह दोनों जिले सबसे संवेदनशील हैं। केंद्र सरकार की ओर से भी देश के जिन 170 जिलों को हॉटस्पॉट चिन्हित कर रेड जोन घोषित किया गया है उनमें बंगाल के 4 जिले- कोलकाता, हावड़ा, पूर्व मेदिनीपुर व उत्तर 24 परगना है। मुख्यमंत्री ने साथ ही इन जिलों के डीएम, एसपी व पुलिस आयुक्त को अगले 14 दिनों से रेड जोन से ऑरेंज जोन में लाने का निर्देश दिया। जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री ने पूर्ण लॉकडाउन का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि बाजारों में एक साथ पांच लोगों से अधिक न जाएं। ममता ने कहा कि बाकी जगहों के बाजार थोड़ा बहुत खुले भी रह सकते हैं लेकिन हावड़ा में नहीं खुलना चाहिए।
उन्होंने सभी प्रमुख बाजारों को पुलिस को सैनिटाइज कराने का भी निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने इस दिन राज्य के सभी जिलों के डीएम, एसपी व पुलिस आयुक्त के साथ कोरोना संकट व इससे निपटने की स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान उत्तर 24 परगना जिले पर भी खास ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस जिले का बहुत बड़ा क्षेत्र बांग्लादेश से लगता है और बड़ा इलाका ओपन बॉर्डर है। ऐसे में उन्होंने लोगों की आवाजाही पर सख्त नजर रखने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर 24 परगना हमेशा से संवेदनशील रहा है। कोरोना का पहला मामला इसी जिले से आया। उन्होंने यहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के साथ डीएम -एसपी को 14 दिनों में रेड जोन से ऑरेंज जोन में जिले को लाने का निर्देश दिया। ममता ने इसके साथ ही कहा कि पूर्व मेदिनीपुर जिला रेड जोन से ऑरेंज जोन में आ चुका है। उन्होंने हॉटस्पॉट कलस्टर यानी ऑरेंज जोन के रूप में चिन्हित बंगाल के 8 जिलों - हुगली, नदिया, पश्चिम मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बर्धमान, दार्जिलिंग, कालिमपोंग और जलपाईगुड़ी के डीएम- एसपी को भी निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया। साथ ही इन जिलों को जल्द ही ग्रीन जोन में लाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुछ जिले अपेक्षाकृत बेहतर हालत में हैं। इनमें अलीपुरदुआर, कूचबिहार, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, वीरभूम, बांकुड़ा, पुरुलिया, पूर्व बर्दवान और झाड़ग्राम हैं।
सिलीगुड़ी में निगरानी बढ़ाने को कहा
मुख्यमंत्री ने उत्तर बंगाल में कुछ सांसदों द्वारा केंद्रीय बल के सुरक्षाकर्मियों को साथ लेकर घूमने का आरोप लगाते हुए पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी रहे नियम तोड़ने वालों के साथ सख्ती से पेश आएं। पुलिस को डरने की कोई जरूरत नहीं है। जरूरत होने पर चौबीसों घंटे लॉकडाउन किया जाये सिलीगुड़ी में दूसरे इलाकों से लोगों के प्रवेश करने का आरोप लगाते हुए इस दिशा में ध्यान देने का खास निर्देश दिया। ममता ने कहा कि सिलीगुड़ी पूर्वोत्तर का गेटवे हैं। साथ ही बांग्लादेश बॉर्डर से भी यह लगता है। इसलिए यहां आवाजाही नहीं हो यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
महीने भर का राशन एक साथ मिलेगा, मनरेगा से जुड़े लोगों को काम में लगाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बार फिर सभी राशन दुकानदारों को लाभार्थियों को 1 महीने का राशन एक साथ देने का निर्देश दिया। उन्होंने इसके लिए पांच- पांच किलो अनाज का पैकेट तैयार करने को कहा। इस काम में उन्होंने एक सौ दिनों के कार्य से जुड़े श्रमिकों को लगाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राशन दुकानों पर भीड़ नहीं लगेगी। राशन लेने के लिए आते ही उन्हें अनाज का पैकेट दे दिया जाएगा। सभी डीएम -एसपी व वीडीओ को उन्होंने राशन का पैकेट भरने के लिए मनरेगा कर्मियों को काम में लगाने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि वर्तमान में राशन दुकानों पर वजन करके अनाज दिया जाता है, जिसमें समय लग जाता है। इसी से छुटकारा के लिए उन्होंने पैकेट सिस्टम शुरू करने का निर्देश दिया।
राशन दुकानों से नहीं लूटने देंगे अनाज
ममता ने राशन वितरण के बहाने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ दल जानबूझकर इस काम में बाधा दे रही है। उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि सरकारी राशन दुकान से अनाज लूटकर पार्टी के नाम पर बांटने नहीं देंगे। उन्होंने पुलिस व बीडीओ को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया।