पश्चिम बंगाल में हिंसा पर केंद्र सरकार सख्त, गृह मंत्रालय ने कहा- सख्त कार्रवाई की जाए
गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को अडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि यह सलाह दी जाती है कि कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जाएं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद जारी हिंसा और लोगों की मौत पर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। राज्य सरकार को बेहद तल्ख शब्दों में एडवाइजरी जारी करते हुए गृह मंत्रालय ने तत्काल प्रभावी कदम उठाने को कहा है।
पश्चिम बंगाल में हिंसा की खबरें लंबे समय से आ रही हैं, लेकिन चुनाव के दौरान हिंसा की घटनाओं में खतरनाक ढंग से बढ़ोतरी हो गई थी। राज्य में चुनाव संपन्न कराने में चुनाव आयोग की मशीनरी और सुरक्षाबलों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। अब चुनाव संपन्न होने के बाद भी यहां हिंसा का दौर थमा नहीं है। लगातार हो रही हिंसा राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त होने का इशारा कर रही है। यही कारण है कि अमित शाह के गृहमंत्री बनने के बाद जारी पहली एडवाइजरी में राज्य सरकार को कड़े शब्दों में जरूरी कदम उठाने को गया है।
शाह ने हिंसा की घटनाओं पर राज्य सरकार से रिपोर्ट भी तलब की है। यहां के हालात और हिंसा को लेकर केंद्र सरकार की चिंता एडवाइजरी में इस्तेमाल कड़े शब्दों से जाहिर हो रही है। राज्य सरकार को स्पष्ट कहा गया है कि अगर कानून व्यवस्था का पालन कराने वाले अधिकारी हिंसा की घटनाओं में संलिप्त पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने लिखा है कि पिछले कुछ हफ्तों से जारी हिंसा से प्रतीत होता है कि राज्य सरकार की प्रवर्तन मशीनरी कानून व व्यवस्था बनाए रखने तथा लोगों में भरोसा कायम करने में विफल साबित हो रही है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आम चुनाव समाप्त होने के बाद भी हिंसा जारी रहने पर केंद्र सरकार ने गहरी चिंता प्रकट की। राज्य सरकार को कड़े शब्दों में कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा शांति एवं सौहार्द का वातावरण स्थापित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की हिदायत दी गई है।
नहीं थम रही हिंसा
हालिया रिपोर्टो के अनुसार, चुनाव बाद भी राज्य में राजनीतिक हिंसा का दौर थम नहीं रहा है। शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र में दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई। विवाद की शुरुआत भाजपा का झंडा हटाने को लेकर हुई थी।
भाजपा नेता मुकुल रॉय का कहना है कि इस हिंसक झड़प में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सदस्यों ने भाजपा के चार कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी। टीएमसी ने भी हिंसा में अपने एक सदस्य के मारे जाने का आरोप लगाया है। अधिकारियों के मुताबिक, हाल में राज्य में ऐसी और भी घटनाएं सामने आई हैं।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप