हिमाचल प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप बोले, नरेन्द्र मोदी ने सिख भाइयों के हित में जितने कार्य किए, उतने किसी ने नहीं किए
कश्यप ने कहा कि पहले लंगर पर भी टैक्स लगता था जिसे करमुक्त करने का काम हमारे प्रधानमंत्री ने किया है। आजादी से लेकर 70 सालों तक डेरा नानक साहब और करतारपुर साहिब का दर्शन करने का अवसर हमारे सिख भाइयों को नहीं मिल पाया था।
शिमला, जागरण टीम। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने सिख धर्म के संस्थापक और प्रथम गुरु गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिख भाइयों के हित में जितने कार्य किए, उतने किसी ने नहीं किए। विपक्ष का काम केवल सिख भाइयों को गुमराह करना रह गया है। उन्होंने कहा श्री हरमंदिर साहिब को विदेशी याेगदान लेने का पहले कोई प्रावधान नहीं था लेकिन प्रधानमंत्री की प्रेरणा से एफसीआरए रजिस्ट्रेशन ग्रांट हुआ और अब श्री हरमंदिर साहिब को विदेशी योगदान मिलना शुरू हो गया है । यह कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समय में हुआ जबकि कई सिख भाई भी शासन में आए थे लेकिन ये कार्य न हो सका ।
कश्यप ने कहा कि पहले लंगर पर भी टैक्स लगता था, जिसे करमुक्त करने का काम हमारे प्रधानमंत्री ने किया है। आजादी से लेकर 70 सालों तक डेरा नानक साहब और करतारपुर साहिब का दर्शन करने का अवसर हमारे सिख भाइयों को नहीं मिल पाया था, यह रास्ता अब तक नहीं मिल पाया था लेकिन प्रधानमंत्री की प्रेरणा से 120 करोड़ रुपये की निधि से यह कॉरिडोर बन कर तैयार हुआ और सिख भाइयों को डेरा नानक साहब और करतारपुर साहिब का दर्शन करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। गुरु गोविंद सिंह के 350 वें प्रकाश पर्व को धूमधाम के साथ पूरे देश में मनाया गया। इसके लिए नरेन्द्र मोदी सरकार ने 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की। साथ ही, रेलवे ने भी 40 करोड़ रुपये की अलग से व्यवस्था कर इसमें अपना योगदान दिया ।
उन्होंने कहा कि गुजरात के जामनगर में प्रधानमंत्री ने 750 बेड का एक अस्पताल सिख भाइयों को समर्पित किया। 1984 से ब्लैकलिस्ट में से कई लोगों के नाम हटाये जाने की मांग सिख भाइयों की थी लेकिन आज तक यह कार्य न हुआ। माननीय प्रधानमंत्री की दृढ़ इच्छाशक्ति से ब्लैकलिस्ट से 314 नाम हटाये जा चुके हैं, अब उसमें केवल दो नाम रह गए हैं। हमारे सिख भाइयों के आंसू बह- बह के सूख गए लेकिन कांग्रेस की सरकारें 1984 के दंगों के दोषियों को सजा नहीं दिलवा पाई। हमारे प्रधानमंत्री ने एसआईटी बनाई और दोषियों को सलाखों के पीछे डालने का कार्य किया। ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने जालियांवाला बाग मेमोरियल का जीर्णोद्धार करवाया और इसे एक नए रूप में देश को समर्पित किया।