'कर्नाटक सरकार में मंत्रालयों के बंटवारे में देवेगौड़ा की भूमिका की चर्चा बेमानी'
कुमारस्वामी ने ऊर्जा विभाग को लेकर अपने भाई और जदएस विधायक एचडी रेवन्ना और कांग्रेस विधायक डीके शिवकुमार की खींचतान की खबर को भी बेबुनियाद बताया।
बेंगलुरु, प्रेट्र। कर्नाटक में विभागों के बंटवारे और मंत्रियों को विभाग देने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की भूमिका को उन्हीं के बेटे मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि देवेगौड़ा ने मंत्रियों की सूची को केवल औपचारिक स्वीकृति दी है, किसी को रखने या न रखने पर कोई बात नहीं कही। कुमारस्वामी ने इस बाबत मीडिया में आई खबरों को खारिज कर दिया।
कुमारस्वामी ने ऊर्जा विभाग को लेकर अपने भाई और जदएस विधायक एचडी रेवन्ना और कांग्रेस विधायक डीके शिवकुमार की खींचतान की खबर को भी बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि सारी बातें तय हो चुकी हैं और अब किसी मसले पर कोई गतिरोध नहीं है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की मांग के बावजूद ऊर्जा विभाग जनता दल एस को ही मिला है। इससे पहले सिद्दरमैया सरकार में शिवकुमार राज्य में ऊर्जा मंत्री थे।
कुमारस्वामी सरकार बनवाने के लिए शिवकुमार ने जिस प्रकार से कांग्रेस विधायकों को एकजुट रखा, इससे उन्हें आशा जगी थी कि कांग्रेस नेतृत्व उप मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम आगे बढ़ाएगा लेकिन पार्टी ने वैसा कुछ नहीं किया। अब जबकि ऊर्जा विभाग भी जदएस के पास चला गया है, वैसे में शिवकुमार का मायूस होना लाजिमी है।
सरकार में कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि जदएस और कांग्रेस मिलकर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। उसके लिए पर्याप्त समय है, दोनों दलों के नेता विचार-विमर्श से सीटें तय कर लेंगे।