राज्यपाल धनखड़ ने की गृह मंत्री शाह से मुलाकात, बंगाल के चिंताजनक हालात पर दी जानकारी
बंगाल में कानून-व्यवस्था राजनीतिक हालात व कोविड-19 की स्थिति के बारे में राज्यपाल ने विस्तार से अमित शाह को दी जानकारी
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और राज्य के चिंताजनक हालात पर उनके साथ लंबी चर्चा की। राजभवन की ओर से एक बयान में बताया गया कि धनखड़ ने बैठक के दौरान गृह मंत्री को बंगाल में मौजूदा कानून-व्यवस्था, शासन-प्रशासन का रवैया, राजनीतिक हालात एवं कोविड-19 संबंधी स्थिति की विस्तार से जानकारी दी। गृह मंत्री के साथ 1 घंटे तक चली बैठक के दौरान राज्यपाल ने शिक्षा का राजनीतिकरण, एम्फन राहत वितरण में भ्रष्टाचार सहित अन्य मुद्दों के बारे में भी उन्हें अवगत कराया।
धनखड़ ने इस दौरान कहा कि 20 जुलाई 2019 को बंगाल का राज्यपाल के रूप में नियुक्ति के 1 वर्ष हो गए हैं और इस दौरान राज्य में शासन प्रशासन की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। उन्होंने गृह मंत्री से कहा कि इस अवधि में अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करते हुए उन्होंने कमियों को दूर करने के लिए राज्य सरकार को कई बार आगाह किया लेकिन गैर संवेदनशील रुख बना हुआ है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्यपाल ने गृह मंत्री के साथ राज्य में कोविड-19 की स्थिति व दिनों दिन बढ़ रहे मौत के आंकड़े व नए मामलों के बारे में अवगत कराया। साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के बारे में बताया, जिस कारण लोग यहां बेहद चिंतित हैं। एम्फन राहत वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व इसमें भाई- भतीजावाद के बारे में भी उन्होंने चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि जरूरतमंदों और हकदार व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की बजाय सत्ता पक्ष के लोगों ने राहत वितरण में गड़बड़ी की जिसके कारण बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। धनखड़ ने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने वाली प्रवृत्ति और पुलिस की अत्यधिक पक्षपातपूर्ण भूमिका पर भी चर्चा की। इसके अलावा उच्च शिक्षा की स्थिति, विशेष रूप से राजनीतिक हस्तक्षेप और कुलपतियों की भूमिका के बारे में गृह मंत्री का ध्यान दिलाया। बता दें कि बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के हेमताबाद से भाजपा विधायक देवेंद्र नाथ राय की पिछले हफ्ते सोमवार को फंदे से झूलता हुआ शव मिलने की घटना के बाद राज्यपाल की गृह मंत्री से मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। राज्यपाल इस मौत पर पहले ही राजनीतिक हत्या की आशंका जाहिर करते हुए राज्य सरकार की भूमिका व कानून- व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठा चुके हैं।
वहीं, भाजपा इसे हत्या का दावा कर रही है जबकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। इससे पहले इस घटना को लेकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने भी राष्ट्रपति व गृह मंत्री से मुलाकात की थी और बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी। वहीं, राज्यपाल का कहना है कि बंगाल के लोगों का कल्याण उनकी प्राथमिकता है और उनके सभी कार्यों का मक़सद राज्य के लोगों की परेशानियां कम करना है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 159 के तहत उन्हें दिए गए संवैधानिक दायित्वों का पालन करते हुए राज्य की चिंताजनक स्थिति से गृह मंत्री को उन्होंने अवगत कराया। गौरतलब है कि राज्यपाल धनखड़ का ममता सरकार के साथ टकराव जगजाहिर है।