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महाराष्ट्र में 'चूहे घोटाले' से मचा हड़कंप, खडसे बोले- कैसे 7 दिनों में 3,19,400 चूहों को मारा?

महाराष्ट्र में एकनाथ खडसे ने चूहों की हत्या में बड़े घोटाला का दावा कर हर किसी को चौंका दिया।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Sat, 24 Mar 2018 02:20 PM (IST)Updated: Sat, 24 Mar 2018 02:27 PM (IST)
महाराष्ट्र में 'चूहे घोटाले' से मचा हड़कंप, खडसे बोले- कैसे 7 दिनों में 3,19,400 चूहों को मारा?
महाराष्ट्र में 'चूहे घोटाले' से मचा हड़कंप, खडसे बोले- कैसे 7 दिनों में 3,19,400 चूहों को मारा?

मुंबई (जेएनएन)। महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने महाराष्ट्र में 'चूहा घोटाले' का पर्दाफाश किया है। गुरुवार को विधानसभा में संबंध मांगों की चर्चा के दौरान जब एकनाथ खडसे के बोलने की बारी आई, तो उन्होंने चूहों की हत्या में बड़े घोटाला का दावा कर हर किसी को चौंका दिया। एकनाथ खडसे ने मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में चूहों को मारने के लिए दिए गए ठेके पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है। भाजपा के वरिष्ठ नेता का कहना है कि दस्तावेजों के सुझाव के मुताबिक विभाग ने प्रति मिनट 31 को मार गिराया है।

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कैसे 7 दिन में मारे 3,19,400 चूहे?

उन्होंने कहा, 'बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शहर में 6 लाख चूहों को मारने के लिए दो साल का समय लिया था। लेकिन जिस कंपनी को सरकार द्वारा मंत्रालय में चूहों को मारने का ठेका दिया गया था, उसने 7 दिनों के अंदर 3,19,400 चूहों को मार डाला। क्या यह संभव है?' यह कारनामा कैसे हुआ इसकी जांच होनी चाहिए।

मरे हुए चूहों को कहां फेंका गया?

उन्होंने आगे कहा, 'इसका मतलब है कि एक दिन में 45,628.57 चूहे मारे गए। जबकि एक घंटे में 1,901.19 चूहों को मारा गया और एक मिनट में 31.68 चूहों को कंपनी ने मारा। जो चूहे मारे गए हैं, उनका वजन करीब 9,125.71 किलोग्राम रहा होगा। क्या सरकार बता सकती है कि मरे हुए चूहों को कहां फेंका गया है?' साल 2016 में एक निजी संस्था को दिए ठेके की शर्तों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 6 महीने में मंत्रालय के चूहे खत्म करने थे लेकिन यह काम महज 7 दिन में निपटा दिया गया। उन्होंने चूहे घोटाले की जांच की मांग की है।

किसान धर्मा पाटिल की आत्महत्या का जिक्र

वहीं, किसान धर्मा पाटिल आत्महत्या मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, मंत्रालय के परिसर में कंपनी द्वारा रखे गए जहर को खाकर धर्मा पाटिल नाम के एक किसान ने फरवरी में आत्महत्या कर ली थी। बता दें कि पाटिल ने भूमि अधिग्रहण को लेकर मुआवजा दिए जाने में अन्याय होने का आरोप लगाते हुए मंत्रालय में जहर खा लिया था और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई थी। खडसे ने कहा कि इस बारे में कोई सूचना नहीं है कि क्या कंपनी को जहर का इस्तेमाल करने की इजाजत थी या नहीं। उन्होंने जांच की मांग करते हुए कहा कि यह बहुत आश्चर्यजनक है कि इस कंपनी ने महज 7 दिनों में तीन लाख से अधिक चूहों को मार दिया।

सरकार ने मामले का संज्ञान लिया

इस बीच सरकार ने कथित चूहे हत्या घोटाले का संज्ञान लिया है। जीएडी के राज्य मंत्री मदन येरावार ने कहा कि वे चूहों के मारने के आंकड़ों के बारे में सदन के सदस्यों को अवगत कराएंगे।


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