एक देश-एक चुनाव फॉर्मूले पर बोली कांग्रेस, पहले एजेंडा बताओ फिर रखेंगे पक्ष
कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा देश में पहले भी एक साथ चुनाव कराए जा चुके हैं पर पहले एजेंडा साफ होना चाहिए।
भोपाल (नईदुनिया)। एक देश-एक चुनाव फॉर्मूले पर राजनीतिक दलों की राय जानने के लिए सोमवार को राज्य स्तरीय समिति की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस ने पहले इसके पीछे का एजेंडा बताने की शर्त रखी। कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा देश में पहले भी एक साथ चुनाव कराए जा चुके हैं पर पहले एजेंडा साफ होना चाहिए। आखिर इस कदम के पीछे आम चुनाव आगे बढ़ाने की मंशा है या फिर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव आगे बढ़ाने की। वहीं, बसपा और आम आदमी पार्टी (आप) ने एक साथ चुनाव कराने के विचार से असहमति जताई है।
11 अप्रैल को इंदौर में होगी समिति की अगली बैठक
अब 11 अप्रैल को इंदौर में समिति की बैठक होगी। एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराने पर विचार करने के लिए मध्य प्रदेश ने पहल करते हुए जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में समिति बनाई है। समिति की सोमवार को दूसरी बैठक थी। बैठक में धनोपिया ने कहा हम एक साथ चुनाव कराने के लिए सहमत हैं पर पहले यह तो तय हो जाए कि आखिर हम चाहते क्या हैं। बसपा के राजाराम ने कहा कि हम इसके पक्ष में नहीं हैं। बैठक में बताया गया कि अलग-अलग चुनाव कराने से शिक्षा व्यवस्था के साथ विकास प्रभावित होता है। कलेक्टर से लेकर पूरी प्रशासनिक मशीनरी इसी काम में लगी रहती है। इस पर बसपा ने कहा चुनाव अपने आप में बड़ा काम है, इसके लिए अलग अमला रखा जाना चाहिए।
आप के दुष्यंत दांगी ने बताया सभी राजनीतिक दल एक साथ चुनाव कराने के पक्ष में नहीं थे। समिति अध्यक्ष मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा लोकसभा के साथ सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव करवाए जाने को लेकर अलग-अलग मत है। विभिन्न दलों से विचार लेने के बाद प्रमुख शहरों में बैठक करके सुझाव लिए जाएंगे। इसके बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। समिति सदस्य महेश श्रीवास्तव ने कहा एक प्रपत्र के माध्यम से छोटे नगरों और कस्बों से भी सुझाव मंगवाए जा सकते हैं। बैठक में तपन भौमिक, विष्णु दत्त शर्मा, नर्मदा घाटी विकास विभाग अपर मुख्य सचिव रजनीश वैश्य, सेवानिवृत्त आइएएस अफसर एसएन रूपला उपस्थित थे। बैठक में समाजवादी पार्टी के यश यादव, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के शैलेंद्र शैली और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के प्रमोद प्रधान ने भी हिस्सा लिया।