Fight Against Corona in UP: CM योगी आदित्यनाथ ने कहा-हमारे पास कोविड-19 का सबसे कारगर उपाय
Fight Against Corona in UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 की अभी तक कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। हमारे पास सबसे कारगर उपाय ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग करना है।
लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण के पसार के दौर में आज प्रदेश को बड़ा तोहफा दिया। उन्होंने अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दस राजकीय मेडिकल कॉलेज तथा तीन मेडिकल कॉलेज को बायो सेफ्टी लैब्स(बीएसएल)-2 का तोहफा दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान सभी लाभांवित मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य तथा अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से वार्ता भी की। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से पूरी दुनिया त्रस्त है। कोविड-19 की अभी तक कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में हमारे पास सबसे कारगर उपाय ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग करना है। हम अधिक से अधिक टेस्टिंग कर इस पर अंकुश लगा सकते हैं। अधिक से अधिक टेस्टिंग के माध्यम से कोविड संक्रमण की चेन को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों, पहले से कई तरह की बीमारियों से ग्रसित लोगों, गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों व कमजोर लोगों को समय पर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करवाकर व्यापक पैमाने पर जनहानि को रोका जा सकता है।
लैब का वर्चुअल शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने कहा कि टेस्टिंग के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण की चेन को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। इन लैब के जरिए राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच को और तेजी से कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज तथा अस्पतालों में हमको ट्रेंड लोग काफी अच्छे परिणाम दे रहे हैं। हम यह मानते हैं कि सेना की ट्रेनिंग जितनी बेहतर होगी, उनका खून कम बहेगा। यानी ट्रेंड लोग अच्छा परिणाम देंगे। सभी को अपनी क्षमता से अधिक करना होगा, जिससे कि इस महामारी पर हम नियंत्रण करने में सफल होंगे। हमको बेहतर तथा ट्रेंड मैन पावर तैयार करना है। इस महामारी से लडऩे के लिए हमको टीम वर्क में काम करना होगा। जिसका लाभ जनता को होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवता के कल्याण के विषय का काम अवसरों पर ही करने का मौका मिलता है। हमको यह मौका कोरोना वायरस के संक्रमण के रूप में मिला है। हम सभी को सेवा भाव से लगने होगा, जिससे कि हम लोगों का जीवन बचा सकें। ऐसे काम करने का अवसर कम ही मिलता है। लोक कल्याण का काम आज अनंत चतुदर्शी के दिन हो रहा है। हमको भरोसा है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई हम लोग टीम वर्क से शीघ्र ही जीतेंगे। प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय काफी बेहतर समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। जिसके कारण हम बड़ी आबादी को अभी इस महामारी से बचाने में सफल रहे हैं।
उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दस राजकीय व तीन निजी मेडिकल कॉलेज में बीएसएल-2 लैब का लोकार्पण एवं शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 23 मार्च को हमने किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में पहली लैब खोली थी। इस दौरान हमारे पास तो इलाज की व्यवस्था भी नहीं थी। हमारे प्रदेश से संक्रमित दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल इलाज के लिए भेजे गए। इसके बाद हमारी सरकार के मंत्रियों तथा अफसरों ने कड़ी मेहनत की। आज हम एक दिन में डेढ़ लाख टेस्ट कर रहे हैं। इसके साथ ही हर जिले में 300 कोविड बेड का इंतजाम शीघ्र ही होगा। उन्होंने कहा कि अब हमारी तैयारी सिर्फ कोरोना वायरस से लडऩे की नहीं है, हम लोग अब फैक्टर बांड बीमारी से लडऩे की भी बेहतर तैयारी कर लेंगे।
10 लाख जनसंख्या पर हर दिन 24 हजार टेस्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना टेस्ट के मामले में यूपी अव्वल है। अप्रैल में देश में हर दिन 5163 जांचें हो रही थी और यूपी में इसके छह प्रतिशत नमूने जांचे जा रहे थे। अब देश में हर दिन 10,55,027 नमूने जांचे जा रहे हैं, जिसमें करीब डेढ़ लाख नमूनों की जांच यूपी में हो रही है। यह कुल नमूनों का 15 फीसद है। यूपी में 10 लाख जनसंख्या पर 24 हजार टेस्ट हो रहे हैं।
वेक्टर जनित रोगों से होने वाली मौत में 95 फीसद कमी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2016 के मुकाबले वर्ष 2020 में वेक्टर जनित रोगों में 95 फीसद की कमी आई है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सा शिक्षा विभाग की पीठ थपथपाते हुए कहा कि लगातार स्थापित हो रहीं प्रयोगशालाओं की मदद से इंसेफ्लाइटिस, कालाजार, मलेरिया व चिकनगुनिया जैसे रोगों पर प्रभावी नियंत्रण में मदद मिलेगी।
जब तक वैक्सीन नहीं जांच ही बड़ा हथियार
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक कोरोना से बचाव के लिए कोई दवा या वैक्सीन नहीं आती तब तक अधिक से अधिक टेस्टिंग ही इसके विरुद्ध बड़ा हथियार है। सर्विलांस व डोर टू डोर सर्वे को और अधिक बढ़ाया जाएगा।
इन जिलों में लैब का शुभारंभ
सरकार की ओर से जालौन, सहारनपुर, बहराइच, आजमगढ़, बांदा, फीरोजाबाद, आंबेडकरनगर, बदायूं, अयोध्या और बस्ती जिले के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में बीएसएल-2 लैब की शुरुआत की गई है। इसके अलावा हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज, बाराबंकी के मायो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और मुरादाबाद के तीर्थांकर चिकित्सा विश्वविद्यालय में निजी लैब का शुभारंभ किया गया।