खेती की लागत घटेगी तभी दोगुनी होगी किसानों की आय Gorakhpur News
गोरखपुर आजमगढ़ और बस्ती मंडल कि वर्ष 2019-20 की रबी उत्पादकता गोष्ठी में प्रगतिशील किसानों ने कहा कि खेती की लागत घटने के बाद ही किसानों की आय दोगुनी होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य हासिल करने के लिए खेती में लागत को घटाना होगा, ऐसा जैविक खेती को बढ़ावा देने से ही संभव है। इसके अलावा उत्पादन को बढ़ाए बगैर भी आय को दोगुना करने का सपना साकार नहीं हो सकता है। ऐसी स्थिति में खेती की लागत घटाकर ही आय बढ़ाई जा सकती है। यह सुझाव अधिकारियों के साथ-साथ किसानों ने रबी उत्पादकता गोष्ठी के प्रथम सत्र में कहीं।
कृषि मंत्री, मुख्य सचिव भी हैं गोष्ठी में शामिल
गोरखपुर आजमगढ़ और बस्ती मंडल कि वर्ष 2019-20 की रबी उत्पादकता गोष्ठी की शुरुआत सर्किट हाउस के एनएक्सई भवन स्थित परिसर में बुधवार को शुरू हुई। मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और मुख्य सचिव राजेन्द्र तिवारी के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से पहले अधिकारियों ने रबी कार्यक्रम से संबंधित तैयारियों एवं प्रगति के बारे में जानकारी दी।
किसानों को दी गई नवीनतम जानकारी
इस दौरान जनपद और फसलवार उत्पादन के निर्धारित लक्ष्य के साथ उत्पादकता की जानकारी दी गई। तीनों मंडलों में फसलों के आच्छादन की स्थिति पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया। मृदा स्वास्थ्य कार्ड की जानकारी के साथ बीज व्यवस्था, उर्वरक इंतजाम के बारे में भी किसानों को जानकारी दी गई। कृषि रक्षा रसायनों, बायोपेस्टिसाइड, फसली ऋण, किसान क्रेडिट कार्ड, कृषि यंत्रीकरण, सोलर पंप विद्युत नलकूप एवं नहरों के संचालन की स्थिति के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई। इसी बीच मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के आने पर किसानों के साथ संवाद कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
प्रगतिशील किसानों ने दी अपनी राय
जनपदों से बुलाए गए प्रगतिशील किसानों ने खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ लागत घटाने और उपज बढ़ाने पर अपनी राय दी। इस दौरान उनकी जिज्ञासाओं को शांत भी किया गया किसानों ने गन्ना मूल्य भुगतान के साथ सोलर पंप पर अनुदान बढ़ाकर इसकी कीमतें कम करने के अलावा फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए बाजार की स्थापना करने पर जोर दिया।
स्टाल पर लगी रही किसानों की भीड़
गोष्ठी में कृषि निवेश मेला एवं प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी में अलग-अलग विभागों की तरफ से स्टाल लगाए गए हैं जहां पर उससे संबंधित आवश्यक जानकारियां किसानों को दी गई। कृषि विभाग, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, मत्स्य पालक विकास अभिकरण, कृषि उत्पादन मंडी समिति, पराग डेयरी, उप गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र, पशुपालन विभाग, रेशम विकास विभाग एवं बीज कंपनियों की तरफ से लगाए गए स्टाल पर भीड़ लगी रही।