EVM Hacking: मायावती ने कहा- बैलट पेपर से करवाया जाए अगला लोकसभा चुनाव
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती का कहना है कि लोकतंत्र के व्यापक हित के मद्देनजर ईवीएम हैकिंग के मुद्दे पर ध्यान देना जरूरी है। जिससे कि यह बड़ा मामला जल्द ही हल किया जा सके।
लखनऊ, जेएनएन। ईवीएम को हैक करने की बहस के बीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने चुनाव आयोग से 2019 के लोकसभा चुनाव बैलट पेपर से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनाव बैलट पेपर से ही करवाया जाए।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती का कहना है कि लोकतंत्र के व्यापक हित के मद्देनजर ईवीएम हैकिंग के मुद्दे पर ध्यान देना जरूरी है। जिससे कि यह बड़ा मामला जल्द ही हल किया जा सके। उन्होंने कहा कि मतपत्र, यानी बैलट पेपर की वैधता को जांचना मुमकिन है, लेकिन ईवीएम के मामले में यह मुमकिन नहीं है। अब तो हम चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि इस मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए आम चुनाव 2019 बैलट पेपर के जरिये ही करवाया जाए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने के लिए बैलट पेपर की तीन चरणों में सत्यापन कराना संभव है, जबकि ईवीएम के सत्यापन की ऐसी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। मायावती ने साइबर विशेषज्ञ के लंदन में ईवीएम में टैंपरिंग के दावा को बेहद गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 के साथ यूपी, गुजरात व दिल्ली आदि राज्यों में विधानसभा चुनावों में ईवीएम की मदद से धांधली बेहद गंभीर मामला है। मायावती ने कहा कि यह खुलासा ईवीएम धांधली के जारी विवाद को और भी ज्यादा गहरा षड्यंत्रकारी और गंभीर बनाता है। हम तो काफी समय से बैलट पेपर से ही चुनाव कराने की मांग कर रहे थे।
Akhilesh Yadav, SP chief: If someone has raised a question then it must be thought that what is the reason that a developed country like Japan is not using EVMs. It is not a question of a political party, it's a question of trust in democracy. EC & govt should make a decision. pic.twitter.com/r5zvjDDInK— ANI UP (@ANINewsUP) January 22, 2019
उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने के लिए बैलट पेपर की तीन चरणों में सत्यापन कराना संभव है, जबकि ईवीएम के सत्यापन की ऐसी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है. मायावती ने कहा कि आम चुनावों में ईवीएम के जरिए धांधली पर देश की जनता इतनी ज्यादा आशंकित व भयभीत हो गई है कि उसे अब लगने लगा है कि उसका अपना वोट ही उसका अपना नहीं रहा है. ये वोट संगठित तौर पर बार-बार लूटा जा रहा है, जिस कारण ही बीजेपी आज केंद्र ही नहीं बल्कि देश के ज्यादातर राज्यों में सत्ता में आ गई है
मायावती ने कहा कि इस विवाद पर तत्काल समुचित ध्यान देने की सख्त जरूरत है ताकि वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। मायावती ने कहा कि बसपा ने ही सबसे पहले ईवीएम के जरिए वोट की लूट और बीजेपी की इस संबंध में लोकतंत्र की हत्या का मामला देश की जनता के सामने उजागर किया था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी दाखिल की। कोर्ट ने संज्ञान लिया और आगे की कार्रवई भी सुनिश्चित की थी। इसके बाद में लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने इस ईवीएम की चुनावी धांधली की गंभीरता को समझा और अब बैलट पेपर के माध्यम से चुनाव कराने की मांग जोर पकडऩे लगी है।
मायावती ने कहा कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग से मामले में उचित संज्ञान ले। जब तक ईवीएम को लेकर विपक्षी पार्टियों और जनता की आशंकाओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक देश में चुनाव खासकर जल्द ही होने वाले लोकसभा चुनाव बैलेट पेपर से ही कराए जाएं।