डा. कफील का विवादों से रहा है पुराना नाता, बीआरडी आक्सीजन कांड से चर्चा में आए Gorakhpur News
CAA पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुंबई में गिरफ्तार किए गए डा. कफील का विवादों से पुराना नाता रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिर्वसिटी (AMU) में सीएए (CAA) पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुंबई में गिरफ्तार किए गए डा. कफील का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2013 में पहली बार मुंबई पुलिस ने उन्हें जेल भेजा था। बीआरडी मेडिकल कालेज, गोरखपुर के बाल रोग विभाग में प्रवक्ता के पद पर तैनाती के बाद विभागाध्यक्ष से असहमति और अपने विवादित बयान की वजह से भी वह हमेशा चर्चाओं में बने रहते थे। अगस्त 2017 में मेडिकल कालेज में ब'चों की मौत के बाद उनकी भूमिका पर गंभीर सवाल उठे थे और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
दोस्त की जगह परीक्षा देते पकड़े जा चुके हैं
डा. कफील अपने कारनामों के लिए हमेशा चर्चित रहे हैं। पहली बार 2013 में दोस्त की जगह मेडिकल की परीक्षा देते हुए गिरफ्तार किया गया था। उस समय उन्हें तीन माह तिहाड़ जेल में बिताने पड़े थे। 8 अगस्त 2016 को बीआरडी मेडिकल कालेज, गोरखपुर में प्रवक्ता के पद पर उनकी नियुक्ति हुई थी। प्रोवेशन पीरियड में ही उन्होंने 75 मेडिकल अवकाश लिया था। उस समय तत्कालीन विभागाध्यक्ष डा. राजीव शुक्ल ने पत्राचार कर उनसे सवाल जवाब किया था। उस समय दिए अपने विवादित बयानों की वजह से डा. कफील खासे चर्चित हुए थे।
पूर्व में भी दर्ज हो चुका है मुकदमा
10 और 11 अगस्त 2017 को मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत के मामले में शासन के निर्देश पर कराई गई जांच में मेडिकल कालेज के तत्कालीन प्राचार्य डा. राजीव शुक्ल, उनकी पत्नी और डा. कफील सहित तत्कालीन सात कर्मचारियों को दोषी पाया गया था। इस मामले में उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था और आरोपितों की गिरफ्तारी भी हुई थी। इस मामले में डा. कफील को एसटीएफ ने दो सितंबर 2017 को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद भी डा. कफील अपने विवादित कारनामों की वजह से चर्चाओं में बने रहे।