हरियाणा कांग्रेस में फिर मचेगा घमासान, अशोक तंवर ने उठाया बड़ा कदम, हुड्डा को लगेगा झटका
हरियाणा कांग्रेस में थमने की बजाए बढ़ने के आसार हैं। हरियाणा कांग्रेस के प्रधान अशोक तंवर ने बड़ा कदम उठाते हुए हुड्डा के नेतृत्व वाली समन्वय समिति की तर्ज पर नई कमेटी बना दी है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कांटा हाल-फिलहाल निकलता दिखाई नहीं दे रहा। कांग्रेस हाईकमान और अपने बीच हुई बातचीत को आधार बनाकर मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने कहा कि उन्हें काम करते रहने के निर्देश मिले हैं। इसके साथ ही तंवर ने ऐसा कदम उठा दिया कि जिससे हरियाणा कांग्रेस में घमासान मचना लगभग तय माना जा रहा है। तंवर ने आलाकमान द्वारा बनाई गए समन्वय की तर्ज पर चुनाव योजना एवं प्रबंधन समिति भी गठित की है। अपने इस्तीफे की अटकलों के बीच तंवर ने विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने तथा जिताऊ चेहरों की तलाश भी शुरू कर दी है।
कांग्रेस समन्वय समिति की तर्ज पर हरियाणा में अलग चुनाव प्रबंधन कमेटी बनाई
तंवर ने कांग्रेस नेतृत्व द्वारा बनाई गई समन्वय समिति के समानंतर शुक्रवार को हरियाणा की अलग चुनाव योजना एवं प्रबंधन समिति भी गठित कर दी। कांग्रेस में अपनी समस्त भारतीय पार्टी का विलय करने वाले सुदेश अग्रवाल को इस कमेटी का संयोजक बनाया गया है। इस कमेटी की आगे उप समितियां बनेंगी, जो मीडिया प्रबंधन, संगठन तथा चुनाव घोषणा पत्र बनाने का काम करेंगी। इस कमेटी के गठन के साथ ही हरियाणा कांग्रेस में नए घमासान की जमीन तैयार हो गई है।
निकलता नहीं दिख रहा भूपेंद्र हुड्डा का कांटा, हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहेंगे अशोक तंवर
सुदेश अग्रवाल के नेतृत्व वाली कमेटी में शामिल होने को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी, राज्यसभा सदस्य कुमारी सैलजा, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव को पत्र भेजे जा रहे हैं। कमेटी की पहली बैठक 8 जुलाई को नई दिल्ली में होगी। अशोक तंवर और सुदेश अग्रवाल की ओर से इन तमाम दिग्गजों से कमेटी में शामिल होने अथवा अपने प्रतिनिधि नियुक्त करने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
कुछ दिन पहले कांग्रेस में आए सुदेश अग्रवाल को दी चुनाव योजना एवं प्रबंधन समिति बागडोर
सवाल खड़ा हो रहा कि जब हुड्डा खेमे को तंवर का नही नेतृत्व स्वीकार नहीं है तो बाहरी सुदेश अग्रवाल का नेतृत्व कैसे स्वीकार किया जा सकता है। यह कमेटी चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने के साथ ही टिकट के लिए आवेदन करने का खाका भी तैयार करेगी, जिसकी प्रक्रिया आठ जुलाई के तुरंत बाद आरंभ हो जाएगी।
हुड्डा, रणदीप, सैलजा, किरण, कुलदीप और कैप्टन को कमेटी में शामिल होने की पेशकश
अशोक तंवर के अनुसार यदि कांग्रेस दिग्गज चुनाव प्रबंधन कमेटी में शामिल नहीं होना चाहते तो फिर दूसरे नामों पर विचार होगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पद छोडऩे के बाद अपने इस्तीफे से जुड़े सवाल पर तंवर ने स्पष्ट कहा, यह कांग्रेस की हाई लीडरशिप और हमारे बीच का मामला है। पूरी नैतिक जिम्मेदारी के साथ मैंने हाईकमान के सामने अपनी बात रखी। हाईकमान ने कहा है कि आप काम करते रहिए।
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यह पूछे जाने पर कि क्या आपने इस्तीफे की पेशकश की थी और आपकी किससे बात हुई, तंवर ने कहा कि लीडरशिप और उनके बीच की बातचीत को सार्वजनिक करना जरूरी नहीं समझते। अगर मैं अध्यक्ष के नाते आपके सामने बैठा हूं तो इसका मतलब साफ है कि हाईकमान ऐसा ही चाहता है। हाईकमान के निर्देश पर हमने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू की है।
तंवर बोले- इस्तीफा छोडि़ए मैंने तो अपनी जान की पेशकश कर दी
एक सवाल के जवाब में तंवर ने कहा कि इस्तीफे की बात छोडि़ए, मैंने तो अपनी जान तक आफर कर रखी है। हरियाणा में क्या कांग्रेस का कोई ऐसा नेता है, जो पार्टी के लिए अपनी जान की बाजी लगाने को तैयार है।
चुनाव प्रबंधन कमेटी के लिए हाईकमान की मंजूरी नहीं
अशोक तंवर ने स्पष्ट किया कि चुनाव प्रबंधन करने के लिए कमेटी बनाने को हाईकमान की मंजूरी जरूरी नहीं है। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष के पास सभी प्रकार के अधिकार हैं। चुनाव का प्रबंधन कैसे होना है, यह प्रदेश अध्यक्ष तय करता है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा सुदेश अग्रवाल का नेतृत्व स्वीकार करने पर संशय से जुड़े सवाल के जवाब में तंवर ने कहा कि यह उनकी मर्जी पर निर्भर करता है कि पार्टी द्वारा बनाई गई इस कमेटी में शामिल होकर काम करने को राजी हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार की सामूहिक जिम्मेदारी है।
कांग्रेस में अब नहीं बनेंगी जिला व ब्लाक कमेटियां
हरियाणा में कांग्रेस दिग्गजों के बीच विवाद का असर अब संगठन पर भी पड़ेगा। अशोक तंवर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अब जिला व ब्लाक स्तरीय कार्यकारिणी गठित हो पाएगी। आपसी गुटबाजी के चलते पिछले पांच सालों से जिला व ब्लाक कार्यकारिणी का गठन लंबित चल रहा है। तंवर ने कहा कि जरूरत के हिसाब से चुनाव प्रबंधन कमेटियों का गठन होगा।
किरण चौधरी ने कमेटी के प्रति अनभिज्ञता जताई
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने अशोक तंवर और सुदेश अग्रवाल के नेतृत्व वाली चुनाव प्रबंधन कमेटी को नकार दिया है। किरण चौधरी ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी कमेटी की अभी तक कोई जानकारी नहीं है। सुदेश अग्रवाल के नेतृत्व से जुड़े सवाल पर किरण ने कहा कि अभी वह कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं।