पिछड़ों की गोलबंदी में फिर जुटे केशव मौर्य, कहा- उप चुनाव में हर बूथ पर चाहिये 60 फीसद वोट
लोकसभा चुनाव से पहले पिछड़ी जातियों के 21 सम्मेलन कर चुके उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अब विधानसभा की 12 सीटों के लिए होने वाले उप चुनाव के लिए फिर से गोलबंदी में जुट गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव से पहले पिछड़ी जातियों के 21 सम्मेलन कर चुके उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अब विधानसभा की 12 सीटों के लिए होने वाले उप चुनाव के लिए फिर से गोलबंदी में जुट गए हैं। रविवार को विश्वेश्वरैया सभागार में पिछड़ा वर्ग के सांसदों, विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को सम्मानित कर उन्होंने अपनी मुहिम शुरू कर दी। केशव ने मकसद भी साफ कर दिया- 'आने वाले उप चुनाव में हर बूथ पर 60 फीसद वोट हासिल करना है। सपा, बसपा और कांग्रेस का कहीं खाता नहीं खुलना चाहिए।'
केशव मौर्य ने मायावती, अखिलेश और कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा, जब दोनों मिलकर भाजपा का कुछ बिगाड़ नहीं सके तो अब इनका गठबंधन भी टूट गया है। पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सीतापुर के सांसद राजेश वर्मा, केंद्रीय मंत्री और फतेहपुर की सांसद साध्वी निरंजन ज्योति, महराजगंज के सांसद पंकज चौधरी, आंवला के धर्मेंद्र कश्यप, संतकबीरनगर के प्रवीण निषाद, बदायूं की डॉ. संघमित्रा मौर्य, बांदा के आरके पटेल, फर्रुखाबाद के सांसद मुकेश राजपूत, निघासन उप चुनाव में नवनिर्वाचित विधायक शशांक वर्मा तथा 2017 में जीते दो दर्जन से अधिक पिछड़े विधायकों को सम्मानित करने के बाद केशव ने कहा कि आपने सारी चुनौतियों का सीना चीरकर मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाया है। जितनी जिम्मेदारी 2014, 2017 और 2019 के लोकसभा चुनाव में निभाई उससे अधिक उप चुनाव और 2022 के चुनाव में निभानी है।
उन्होंने मायावती पर परिवारवाद का आरोप लगाया। कहा, अखिलेश अब केवल एक हिस्से में यादव समाज के नेता रह गये हैं और वह पिछड़ों के नेता नहीं हो सकते हैं। पिछड़ा वर्ग केवल सम्मान का भूखा है। कांग्रेस, सपा और बसपा ने केवल शोषण किया। हमारी थोड़ी सी चूक रह गई वरना सपा-बसपा का सूपड़ा साफ हो गया होता। वैसे सपा-बसपा अगले 50 साल तक नहीं पनप पाएंगी। उन्होंने सदस्यता अभियान पर भी जोर दिया।
पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में पिछड़ों का सम्मान बढ़ा है। ज्यादातर वक्ताओं ने केशव मौर्य की तुलना कल्याण सिंह से की। पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रभारी और भाजपा महामंत्री विजय बहादुर पाठक, सह प्रभारी ब्रज बहादुर, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी, बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी, राज्यमंत्री बलदेव औलख, जयप्रकाश निषाद मौजूद थे। संचालन चिरंजीव चौरसिया ने किया।
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