Lockdown के बीच फिर परदे पर उतरीं सांसद मिमी चक्रवर्ती व नुसरत जहां, कोरोना पर बनाई फिल्म
कोरोना संकट के बीच अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती व नुसरत जहां ने लॉकडाउन का पालन करने व लोगों को एक सशक्त संदेश देने के लिए एक शॉर्ट फिल्म बनाई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना संकट के बीच तृणमूल कांग्रेस सांसद और बांग्ला फिल्मों की अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती व नुसरत जहां ने लॉकडाउन का पालन करने व लोगों को एक सशक्त संदेश देने के लिए एक शॉर्ट फिल्म बनाई है। इस फिल्म का नाम 'झड़ थेमे जाबे एक दिन' है जिसका हिंदी में अर्थ है 'तूफान एक दिन थम जाएगा...' है। खास बात यह है कि यह फिल्म सभी कलाकारों ने अपने घरों पर शूट की है। उनका दावा है कि कोरोना संकट और लॉकडाउन पर केंद्रित यह शॉर्ट फिल्म इस कठिन समय में मानवीय पहलू को दर्शाती है।
बताया जा रहा है कि इस फिल्म का कॉन्सेप्ट मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तैयार किया है, जबकि इसका निर्देशन अरिंदम शील ने किया है। फिल्म निर्देशक का कहना है कि इस शॉर्ट फिल्म को तैयार करने में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन किया गया है। इसकी शूटिंग सभी कलाकारों ने अपने-अपने घर पर की है। बताया गया कि फिल्म की कहानी एक अकेले रहने वाले बुजुर्ग की है जिनकी बेटी लॉकडाउन के दौरान उनसे दूर है। अकेली बेटी को बुजुर्ग तक पहुंचाने में सारे लोग और प्रशासन किस तरह मदद करता है यही फिल्म की कहानी है। शॉर्ट फिल्म में परन बंद्योपाध्याय, रुक्मिणी मैत्रा, मिमी चक्रवर्ती, कोयल मलिक, अबीर चटर्जी, रितुपर्णा सेनगुप्ता, शुभाश्री गांगुली, परमब्रत चट्टोपाध्याय, प्रसेनजीत चटर्जी और नुसरत जहां जैसे कलाकारों ने अभिनय किया है। फिल्म निर्देशक का दावा है कि संकट की इस घड़ी में यह फिल्म लोगों को संकट से उबरने की प्रेरणा देगी।
गौरतलब है कि नुसरत जहां के पिता कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। सोमवार रात उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। नुसरत ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता को बुखार होने के साथ सांस लेने में परेशानी हो रही थी। ऐसे में उनकी अच्छी देखभाल के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कोरोना वायरस की बात का खुलासा करते हुए नुसरत ने बताया कि उनके पिता ने ना ही कोई बाहर की यात्रा की है और ना ही वो लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर गए हैं। लेकिन इसके बावजूद रिपोर्ट पॉजिटिव आने से उन्हें आश्चर्य है।