Coronavirus: पीएम से सीएम तक गुहार, फिर भी डॉक्टरों से दुर्व्यवहार, बंगाल में बढ़ रहे मामलों से खुलासा
पीएम से लेकर सीएम तक की इस गुहार के बावजूद कुछ एसे लोगों हैं जो लगातार डॉक्टरों नर्सों के साथ दुर्व्यवहार करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
जयकृष्ण वाजपेयी, कोलकाताः पिछले 25 दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक आम लोगों से हाथ जोड़कर अपील कर चुके हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हमारे डॉक्टरों, नर्सों,स्वास्थ्य, सफाई और पुलिस कर्मियों का हम सब सम्मान करें और आदरपूर्वक उनका हौसला बढ़ाएं। तीन दिन पहले भी पीएम ने राष्ट्र के नाम संबोधन में लोगों से 'सप्तपदी'(सात विंदुओं) के अनुकरण की अपील की थी, जिसमें सातवां विंदु था- डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य व सफाई कर्मी और पुलिस वालों का सम्मान। इसके अगले ही दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी संवाददाता सम्मेलन में कैमरे के सामने हाथ जोड़कर राज्य के लोगों से स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी लोगों का सम्मान करने की अपील की थी। परंतु, पीएम से लेकर सीएम तक की इस गुहार के बावजूद कुछ एसे लोगों हैं जो लगातार डॉक्टरों, नर्सों के साथ दुर्व्यवहार करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
देश के अन्य हिस्सों के बाद अब बंगाल में एेसे मामला सामने आ रहे हैं जहां पहले तो एक नर्स को घर खाली करने को कहा गया तो अब एक डॉक्टर को घर छोड़ने का मकान मालिक ने फरमान सुना दिया है। दक्षिण २४ परगना जिले में एक चिकित्सक को मकान मालिक ने घर खाली करने को कहा, तो हुगली में कोरोना संक्रमण वाले एक व्यक्ति के उपचार के दौरान संक्रितम हुए एक चिकित्सक के परिजनों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
कुल्पी में मकान मालिक ने कह दिया घर खाली करें
दक्षिण 24 परगना जिले के कुल्पी में ग्रामीण अस्पताल की 25 वर्षीय डॉक्टर तनुश्री कुंडू को किराए का घर छोड़ने को मकान मालिक ने कह दिया। आऱोप है कि गृहस्वामी कुणाल साहा ने दो दिन पहले तनुश्री के मोबाइल पर फोन कर उन्हें घर छोड़ने को कह दिया। इसके बाद तनुश्री ने कुल्पी ब्लॉक के बीडीओ, थानेदार और ब्लॉक के चिकित्सा अधिकारी को सूचित किया। तत्काल ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर मोहम्मद महफूज उनके समर्थन में खड़ा हो गए। उन्होंने अस्पताल परिसर में ही डॉक्टर के रहने के लिए एक कमरे की व्यवस्था कर दी। डायमंड हार्बर के एसडीएम सुकांत साहा ने कहा कि खबर मिलते ही तुरंत क्विक रेस्पांस टीम को डॉक्टर के किराए के मकान पर भेजा गया था। बाद में मुक्त मकान मालिक को थाने और बीडीओ दफ्तर में तलब कर बात की गई। उन्होंने कहा कि चिकित्सक के ठहरने व खाने की जिम्मेदार हमलोग पर हैं। उन्हें कोई दिक्कत नहीं होने देंगे।
हुगली में डॉक्टर के परिजनों से दुर्व्यवहार
हावड़ा अस्पताल में एक मरीज की जान बचाने में हुगली के चिकित्सक संक्रमित हो गए। कन्नगर स्टेशन रोड निवासी उक्त डॉक्टर के खिलाफ पहले सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए गए। इस मामले में प्राथमिक विद्यालय के एक शिक्षक को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बावजूद इसके उक्त चिकित्सक के परिजनों को सामाजिक बहिष्कार झेलना पड़ रहा है। डॉक्टर की पत्नी और बेटी इस समय क्वारंटाइन में है। उक्त चिकित्सक के बुजुर्ग माता-पिता कोन्नगर स्टेशन रोड में ही रह रहे हैं। पिता कैंसर से पीड़ित हैं और मां भी बिस्तर पकड़ चुकी हैं। आरोप है कि एेसी स्थिति में जब चिकित्सक के कुछ करीबी उनके घर पर जरूरी सामान लेकर गए तो स्थानीय कुछ लोग ने उन्हें धमकी देने लगे और दुर्व्यवहार किया।
उक्त डॉक्टर ने अपने एक करीब को फोन पर बताया कि एक कोविड-19 रोगी के उपचार के दौरान मैं भी संक्रमित हो गया। मुझे पता चला है कि मुझे और मेरे परिवार को वहां नहीं रहने दिया जाएगा। कुछ लोग तो इलाके से हटाने के लिए सामूहिक हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं। इस घटना से मैं हैरान और निराश हूं। यह जानकारी मिलने के बाद जिला पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह से एक चिकित्सक के परिजनों को परेशान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम का भी स्पष्ट निर्देश है कि स्वास्थ्य सेवा से जुड़़ किसी भी व्यक्ति को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
बताते चलें कि इसी तरह से कोरोना उपचार का राज्य का नोडल अस्पताल बेलेघाटा आइडी के एक कर्मी के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। इसके बाद सरकार को उनके लिए अलग से एक फ्लैट का इंतजाम करना पड़ा।