सीएम योगी ने उद्यमियों को दी राहत, औद्योगिक इकाइयों को नहीं देना होगा बिजली का फिक्स्ड चार्ज
CoronaVirus Lockdown in UP सीएम योगी ने लॉकडाउन की सफलता को ही कोरोना का सफल उपचार बताते हुए इसका पालन सख्ती से कराने पर जोर दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus Lockdown in UP : लॉकडाउन के दौरान गरीब, मजदूर और कर्मचारियों की व्यवस्था करने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर अब उद्यमियों की परेशानी पर भी पड़ी है। उन्होंने ऊर्जा विभाग को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन के दौरान बिजली का फिक्स्ड चार्ज औद्योगिक इकाइयों से न लिया जाए। सीएम योगी ने लॉकडाउन की सफलता को ही कोरोना का सफल उपचार बताते हुए इसका पालन सख्ती से कराने पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर बुधवार को लॉकडाउन की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। वरिष्ठ अधिकारियों से उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को अप्रैल का निश्शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। लॉकडाउन से प्रभावित नागरिकों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। उनके भोजन व स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था पूरी हो। योगी ने शेल्टर होम में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखने और भोजन, पेयजल, दवा आदि की पूरी व्यवस्था करने को कहा। साथ ही सैनिटाइजेशन व फॉगिंग में जरूरत के अनुसार फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का उपयोग करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश में कोरोना के मद्देनजर किए जा रहे कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राज्यपाल को भी भेजें। बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और सूचना निदेशक शिशिर भी उपस्थित थे।
मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ होगी खरीद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मंडियों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैैं। गेहूं की सरकारी खरीद 15 अप्रैल से की जाएगी। उन्होंने मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखने और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार ओपीडी भी सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए संचालित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि संभव हो तो फोन पर ही मरीजों को परामर्श दिया जाए।