'ढार्इ किलो के हाथ' से बचने को कांग्रेस की नई स्ट्रटेजी, 'बॉर्डर' के असर की भी चिंता
पंजाब की राजनीति में सनी देओल की एंट्री के बाद कांग्रेस नई रणनीति बनाने में जुट गई है। सनी के गुरदासपुर से मैदान में उतरने से प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ फंस गए हैं।
चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। भाजपा द्वारा बॉलीवुड स्टार सनी देओल को पंजाब की गुरदासपुर सीट से चुनाव मैदान में उतारने के फैसले से पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस इस नई स्थिति से बचने और सनी देओल के 'ढ़ाई किलोे के हाथ' को मुकाबला करने को नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गई है। सनी देओल के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने से प्रदेश भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ चुनावी 'गदर' में बुरी तरह फंस गए हैं। अपने समय की हिट फिल्म 'बाॅर्डर' फिल्म के नायक की उम्मीदवारी राज्य में अन्य सीटों पर भी असर डाल सकती है। ऐसे में कांग्रेस कुछ बॉलीवुड कलाकारों को भी चुनाव प्रचार में उतारने की तैयारी में है।
यही कारण है कि सनी देओल के असर से निपटने को कांग्रेस ने अपनी रणनीति में फेरबदल करने का फैसला लिया है। राजनीति जानकारों का कहना है भारतीय जनता पार्टी 'बॉर्डर' फिल्म के इस हीरो के जरिये राष्ट्रवाद के मुद्दे को पंजाब में और मतबूती से उठाने के प्रयास में है। इसका मुकाबला करने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने गुरदासपुर सीट पर पुलवामा हमले में सरकार की विफलता और पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले को हथियार के रूप में प्रयोग में लाना शुरू कर दिया है।
भाजपा ने गुरदासपुर जैसी सीमावर्ती सीट पर सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर मुद्दा बनाया हुआ है। सनी देओल ने बॉर्डर फिल्म में कुलदीप सिंह चांदपुरी का किरदार निभाया था। इस जोशिले किरदार को निभाने वाले इस कलाकार को पाकिस्तान के साथ लड़ने वाले नायक के रूप में उभारना शुरू किया जा सकता है।
जागरण के साथ बातचीत करते हुए पंजाब कांग्रेस के प्रधान और गुरदासपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे सुनील जाखड़ ने कहा कि उनकी लड़ाई वास्तव में सनी देओल से न होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी लगातार की पाकिस्तान से परमाणु बम से लड़ाई होने की बात कहकर सीमावर्ती प्रांत के लोगों को डरा रहे हैं। इससे साफ है कि उनके पास अब अपनी सरकार द्वारा किए गए कामों का जिक्र करने के लिए कुछ भी नहीं है । वह न तो लोगों की बेरोजगारी पर बात करना चाहते हैं और न ही लगातार बंद हो रही इंडस्ट्री पर। उन्होंने कहा, इस लोकसभा चुनाव में लोग अब सच्चाई और झूठ के बीच की लड़ाई को देखेंगे।
गुरदासपुर सीट पर सुनील जाखड़ के चुनाव की कमान संभालने वाले कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा है कि पंजाब में सबसे बड़ी सीमा रेखा है और जब भी यहां युद्ध हुए हैं लोगों ने आगे बढ़कर अपने देश की सेना का साथ दिया है। इसलिए यहां के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि राष्ट्रवादी भावनाएं क्या हैं, लेकिन अब लोग युद्ध नहीं बल्कि नौकरी चाहते हैं।
सनी देओल के पंजाब से चुनाव लड़ने पर कांग्रेस को लग रहा है कि उनके प्रचार के लिए नामी-गिरामी नेता और अभिनेता आएंगे। इसलिए कांग्रेस भी उसी तर्ज पर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने की तैयारी कर रही है। पंजाब में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को बुलाने पर विचार चल रहा है, वहीं नवजोत सिंह सिद्धू को भी गुरदासपुर से पर विशेष रूप से प्रचार के लिए लगाया जा सकता है।
करतारपुर कॉरिडोर गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक से होकर निकलना है। ऐसे में कांग्रेस की तैयारी इस मुद्दे को जबरदस्त तरीके से भुनाने की तैयारी है। नवजोत सिंह सिद्धू इस मुद्दे के सबसे बड़े प्रचारक के रूप में जाने जाते हैं। यही कारण है कि गुरदासपुर में सिद्धू को प्रचार अभियान में विशेष रूप से लगाने का विचार है। सिद्धू फिलहाल देश के दूसरे भागों में प्रचार कर रहे हैं।
पंजाब में सातवें और अंतिम चरण में चुनाव होना है ऐसे में कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू को बाद में प्रचार में उतारेगी। पार्टी क्षेत्र में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व अन्य कांग्रेस नेताओं के अतिरिक्त कुछ फिल्म कलाकारों को भी चुनाव प्रचार में उतारकर पूरी शक्ति झोंकेगी।