मैनपुरी नवोदय विद्यालय में छात्रा की मौत की जांच में देरी पर सीएम योगी सख्त, हटाए गए पुलिस अधीक्षक
मैनपुरी के एसपी अजय शंकर राय को देरी के लिए जिम्मेदार मानते हुए पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। करीब ढाई माह पहले मैनपुरी के नवोदय विद्यालय के छात्रावास में छात्रा की संदिग्ध अवस्था में मौत की जांच और कार्रवाई में हुई देरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए पुलिस महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सीबीआइ जांच के लिए सरकार रिमाइंडर भेजेगी और तब तक तीन सदस्यीय एसआइटी प्रकरण में आगे की कार्रवाई करेगी।
मैनपुरी के भोगांव निवासी संतोष पांडेय की बेटी नवोदय विद्यालय के छात्रावास में मृत पाई गई थी। इस मामले में अभी तक कार्रवाई न होना राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस संबंध में पत्र लिखा। पुलिस की लापरवाही से नाराज योगी के निर्देश पर रविवार को विवेचना में देरी के लिए पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय को तत्काल प्रभाव से हटाकर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय, लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया। उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। शामली के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को मैनपुरी में तैनाती दी गई है। एसपी अजय कुमार की मैनपुरी में तैनाती के साथ ही विनीत जायसवाल को शामली का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। अभी तक वह गौतमबुद्ध नगर के अपर पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
इसके अलावा इस मामले में सीबीआइ जांच कराने का अनुरोध पत्र 27 सितंबर 2019 को केंद्र सरकार को भेजा था। इस पर अनुस्मारक (रिमाइंडर) भेजने के निर्देश योगी ने दिए हैं। तब तक त्वरित कार्रवाई के लिए कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में एसआइटी गठित कर दी गई है। नवागत पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक श्यामाकांत इसमें सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को हिदायत दी है कि ऐसे गंभीर प्रकरणों की विवेचना में लापरवाही पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
परिवार ने लगाया था हत्या का आरोप
16 वर्षीय अनुष्का पांडेय जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 11 की छात्रा थी वह विद्यालय परिसर स्थित हॉस्टल में रहती थी 16 सिततंर की सुबह अनुष्का के शव को पंखे से लटकता पाया गया था। स्कूल के कर्मचारियों ने उसे फंदे से उतार कर जिला चिकित्सायल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। परिवारीजन का आरोप था कि बेटी की हत्या करके शव लटका दिया गया, उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान दिखाई पड़ रहे थे। पंचनामा के दौरान छात्रा के शरीर पर चोट होने का जिक्र किया गया, जबकि पोस्टमॉर्टम में किसी भी तरह की चोटों का जिक्र नहीं किया गया।
आरोपित छात्र का होगा डीएनए टेस्ट
नवोदय विद्यालय, भोगांव के हॉस्टल में हुई अनुष्का की हत्या की जांच में तेजी आ गई है। रविवार को आरोपित छात्र का डीएनए टेस्ट के लिए नमूना लिया गया। साथ ही, छात्र-छात्राओं के बयान भी लिए गए। कक्षा 11 की छात्रा अनुष्का का शव 16 सितंबर को हॉस्टल के कमरे में मिला था। भोगांव पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की थी। बाद में मामला एसटीएफ के हवाले कर दिया गया। स्वजनों ने सीबीआइ जांच की मांग को लेकर भूख हड़ताल की थी। इस पर प्रदेश सरकार ने सीबीआइ जांच की संस्तुति की थी, लेकिन अब तक मामला सीबीआइ के सिपुर्द नहीं हो सका है। एसटीएफ के सीओ श्यामकांत ने मामले की जांच के लिए भोगांव में डेरा जमा लिया था। मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचते ही जांच में तेजी आ गई। पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए रविवार को आरोपित छात्र के रक्त का नमूना लिया। अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि मामले में जांच चल रही है।
सदर विधायक ने प्रमुख सचिव को बताई पुलिस की ढिलाई
नवोदय विद्यालय की छात्रा अनुष्का प्रकरण को लेकर सदर विधायक राजकुमार यादव ने छात्रा के माता-पिता के साथ रविवार को लखनऊ में प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मुलाकात की। उन्हें मैनपुरी पुलिस की ढिलाई से अवगत कराते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। छात्रा के पिता सुभाष पांडेय और मां साधना पांडेय ने प्रमुख सचिव से न्याय की मांग की। विधायक राजकुमार ने बताया कि मामले की सीबीआइ जांच को लेकर सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। गृहमंत्री ने मामला दिखवाने की बात कही है।
विनीत जायसवाल बने शामली के एसपी
एसपी अजय कुमार की मैनपुरी में तैनाती के साथ ही विनीत जायसवाल को शामली का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। अभी तक वह गौतमबुद्ध नगर के अपर पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।