CM योगी नाराज, बुलंदशहर के डीएम और कौशल विकास मिशन के निदेशक पर कार्रवाई की तलवार
सपा शासन काल में अवैध खनन के जरिये काली कमाई से संपत्ति जुटाने वाले आइएएस अफसरों पर सीबीआइ की ताबड़तोड़ कार्रवाई से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाराज हैं।
लखनऊ, जेएनएन। सपा शासन काल में अवैध खनन के जरिये काली कमाई से संपत्ति जुटाने वाले आइएएस अफसरों पर सीबीआइ की ताबड़तोड़ कार्रवाई से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाराज हैं। पूरी कार्रवाई पर सीएम योगी की नजर है। अब इन भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। बताया जा रहा है कि ये अफसर हटाए जाएंगे।
यूपी के 12 जिलों बुधवार सुबह से सीबीआइ की छापेमारी के बाद सरकार की निगाहें भी अब इन अफसरों पर सख्त होती दिख रही है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीबीआइ छापे में करोड़ों की संपत्ति के राजफास से नाराज हैं। अधिकारी अभय सिंह, विवेक और देवी शरण उपाध्याय पर कार्रवाई हो सकती है।
यूपी में सपा शासन काल में जारी किए गए अवैध खनन पट्टों से जुड़े दो मामलों में सीबीआइ ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के 12 स्थानों पर छापेमारी की। इनमे सबसे अहम छापा चर्चित आइएएस अधिकारी और बुलंदशहर के जिलाधिकारी अभय सिंह के सरकारी आवास पर मारा गया, जहां सीबीआइ को नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी। जांच एजेंसी को अभय सिंह के घर से करीब 47 लाख नगद और करोड़ों की संपत्ति के दस्तवेज मिलने की बात कही जा रही है।
दूसरा मामला भी खनन से ही जुड़ा है, जिसके तहत देवरिया के जिलाधिकारी रहे आइएएस विवेक (वर्तमान में कौशल विकास निगम के एमडी) के लखनऊ स्थित आवास पर छापा मारा गया है। कहा जा रहा है कि सीबीआइ ने संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किये हैं। उधर इसी मामले से जुड़े एक अन्य अधिकारी के यहां भी छापे की कार्रवाई चल रही है। तत्कालीन देवरिया के एडीएम देवी शरण उपाध्याय (वर्तमान में आजमगढ़ के सीडीओ) के घर से 10 लाख कैश बरामद हुआ है।