प्रयागराज कुंभ- 2019 पर प्रकाशित कॉफी टेबल बुक में योगी ने लिखी सोच व सफलता की कहानी
सूचना विभाग ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर प्रयागराज कुंभ- 2019 किताब प्रकाशित की है। इसमें मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया है कि आयोजन के लिए इंतजामों की नींव कैसे रखी गई।
लखनऊ, जेएनएन। धर्म और आस्था की धुरी पर सदियों से चली आ रही कुंभ की परंपरा ने इस बार कई करवटें लीं। किन्नर अखाड़े को मिली मान्यता ने धर्म की दहलीज पर नई दस्तक दी तो व्यवस्थाओं के लिहाज से सरकार ने इसे एक 'इवेंट' की शक्ल दी। पहली बार ऐसा हुआ जब सरकार ने दुनिया भर में कुंभ का न्योता पहुंचाया।
आयोजन के सूत्रधार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ पर प्रकाशित कॉफी टेबल बुक में यह उल्लेख किया है।
सूचना विभाग ने यह किताब 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर प्रयागराज कुंभ- 2019' प्रकाशित की है। इसमें मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया है कि आयोजन के लिए इंतजामों की नींव कैसे रखी गई। 'भारतीय संस्कृति का अप्रतिम गौरव कुंभ' शीर्षक लेख में योगी बताते हैं कि प्रयागराज कुंभ ने 49 दिनों में अनेक कीर्तिमान रचे तो अनेक तोड़े भी। उनके अनुसार कुंभ का निमंत्रण इससे पहले कभी किसी को नहीं भेजा जाता था, लेकिन इस बार केंद्र और राज्य सरकार ने कुंभ का न्योता संसार भर में भेजा तो विश्व के प्रत्येक कोने से इसमें सहभागिता दिखी।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने कुंभ स्नान किया। यह संख्या विश्व के चार देशों को छोड़कर शेष की जनसंख्या से भी अधिक है। संगम के तट पर 70 देशों के राष्ट्रध्वज लगना बड़ी सफलता है। मुख्यमंत्री ने बताया है कि कुंभ के सफल आयोजन के लिए आधारभूत सुविधाओं पर सरकार ने किस तरह काम किया। दिसंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज आए और कुंभ के लिए 4500 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। योगी के अनुसार मात्र 11 माह में सिविल एंक्लेव एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने अधिकारियों की पीठ थपथपाई।
कुंभ ने प्रयागराज शहर को क्या दिया, यह भी योगी ने बताया है। उनके मुताबिक, 264 सड़कों का सुदृढ़ीकरण-चौड़ीकरण, 60 चौराहों का सुंदरीकरण, नौ फ्लाइओवर और एक रेलवे ओवरब्रिज बनाया। छह डॉट के पुल एक वर्ष में ही चार लेन चौड़े कर दिए गए। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि समय से सभी तैयारियों को पूरा करना, उनका प्रबंधन करना पहाड़ जैसा लक्ष्य था। कुंभ के विभिन्न पक्षों को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित और अन्य साहित्यकारों ने भी लिखा है।
नौ चरणों में तय हुआ कुंभ का लोगो
अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने स्मारिका में प्रतीक चिह्न तय होने की प्रक्रिया बताई है। उनके अनुसार आठ बार संशोधन के बाद सीएम ने लोगो को मंजूर किया। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने 3200 हेक्टेयर मेला क्षेत्र के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों के बारे में लिखा है।