भाजपा विधायक की बेटी साक्षी की शादी में साजिश मामले में CM योगी आदित्यनाथ खफा, जांच का आदेश
मुख्यमंत्री ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और अधिकारियों से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी और एक दलित युवक अजितेश कुमार की शादी के विवाद पर रिपोर्ट देने को कहा है।
लखनऊ, जेएनएन। बरेली से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेश मिश्रा की पुत्री साक्षी मिश्रा की अजितेश कुमार के साथ विवाह के मामले में विवाद पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी खफा है। उन्होंने इस पूरे मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता और अधिकारियों से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी और एक दलित युवक अजितेश कुमार की शादी के विवाद पर रिपोर्ट देने को कहा है। इस मामले में आरोप लगाया गया है कि इस प्रकरण में बरेली के बिथरी चैनपुर के भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की छवि खराब करने की साजिश थी। भाजपा के विधायक श्याम बिहारी लाल ने एक विकास तिवारी के साथ वॉट्सऐप चैट में राजेश मिश्रा के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया था। तिवारी ने लाल को कथित तौर पर कहा कि उन्होंने इस प्रकरण को मिश्रा की छवि को धूमिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस पर लाल ने आरोपों से इनकार किया है और तिवारी के खिलाफ 'फर्जी और अश्लील चैट' बनाने के लिए प्राथमिकी दर्ज की है।
बरेली के बिथरी चैनपुर से भाजपा विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी मिश्रा के चार जुलाई को अजितेश कुमार से प्रेम विवाह करने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और इसमें किसी भी प्रकार की साजिश की जांच का आदेश दिया है। जिसके बाद गहन जानकारी जुटाई जा रही है।
विधायक राजेश मिश्रा ने अपनी ही पार्टी के दो विधायकों पर साजिश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने सीधे किसी का नाम नहीं लिया था। इससे पार्टी में खलबली मची हुई है। एक पुराने मामले में शनिवार को पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी गौरव अरमान की गिरफ्तारी के बाद बिथरी चैनपुर की राजनीति में हलचल मची हुई है। गौरव अरमान की गिरफ्तारी को भी मामले में साजिशकर्ताओं की मुख्य कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बारे में कई लोगों से इस बारे में जानकारी ली है। भाजपा विधायकों के साजिश में शामिल होने के आरोप पर भाजपा जिलाध्यक्ष रवींद्र सिंह राठौर पहले ही कह चुके हैं कि यदि पप्पू भरतौल इस मामले में पार्टी फोरम में रखेंगे तो इसकी जांच कराई जाएगी। विधायक पप्पू कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुझे इस मामले में कुछ भी नहीं कहना है।