बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी, संविधान के दायरे में रहने की दी 'नसीहत'
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee) की दो टूक राज्यपाल अपनी शक्तियों की सीमा पार कर मुख्यमंत्री पद की अनदेखी करने और राज्य के अधिकारियों को आदेश देने से दूर रहें। ममता ने राज्यपाल धनखड़ को नौ पृष्ठों का पत्र लिख क्षोभ व्यक्त किया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee) और राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के बीच अदावत का सिलसिला जगजाहिर है। शनिवार को ममता ने राज्यपाल को पत्र लिखकर उन्हें संविधान के दायरे में रहने की नसीहत दे डाली। धनखड़ द्वारा कानून और व्यवस्था को लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को लिखे गए पत्र के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने क्षोभ व्यक्त किया।
इसके बाद ममता ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को नौ पृष्ठों का पत्र लिखा और कहा कि राज्यपाल की ओर से लगाए गए आक्षेपों में पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ अपुष्ट निर्णय और कटाक्ष शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'मैं आपके पत्र और पुलिस महानिदेशक को संबोधित टिप्पणी को पढ़ने के बाद बेहद उदास और दुखी हुई, जिसे मेरे समक्ष प्रस्तुत किया गया था। साथ ही साथ इस बारे में आपके ट्विटर पोस्ट को देखकर भी दुख हुआ।'
अधिकारियों को आदेश देने से दूर रहें
ममता ने आगे लिखा, 'अनुच्छेद-163 के अनुसार, आपको अपने मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह के अनुसार कार्य करना अनिवार्य है जो हमारे लोकतंत्र का सार है। ऐसे में राज्यपाल अपनी शक्तियों की सीमा पार कर मुख्यमंत्री पद की अनदेखी करने और राज्य के अधिकारियों को आदेश देने से दूर रहें।' ममता ने राज्यपाल को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें संविधान के दायरे में रहना चाहिए।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को लिखे पत्र में धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की थी। इस पर डीजीपी की ओर से दो लाइन का जवाब दिए जाने के बाद धनखड़ ने उन्हें 26 सितंबर तक मुलाकात करने और कानून एवं व्यवस्था में सुधार के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देने को कहा था। हालांकि डीजीपी ने राज्यपाल से मुलाकात नहीं की। इसको लेकर भी राज्यपाल ने शनिवार को नाराजगी व्यक्त करते हुए निशाना साधा था।