बिहार कांग्रेस का बड़ा फैसला: राजद की पिछलग्गू नहीं रहेगी पार्टी
यह बिहार कांग्रेस का बड़ा फैसला है। पार्टी ने तय किया है कि वह राजद की पिछलग्गू नहीं रहेगी। क्या है मामला, जानने के लिए पढ़ें यह खबर।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार कांगेेस राजद की पिछलग्गू बनकर नहीं रहेगी। साथ ही पार्टी में अगर कोई उपचुनाव के भभुआ प्रत्याशी को हराना चाहता है तो हरा दे। ये बातें हम नहीं, खुद पार्टी के नेता कह रहे हैं। मामला सोमवार रात पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी तथा पार्टी के विधायक दल नेता सदानंद सिंह के बीच खुलेआम तू-तू मैं-मैं के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का है।
सोमवार को पटना के गोल्फ क्लब में आयोजित विधायक दल की बैठक में भभुआ सीट को लेकर पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह के बीच जमकर बहस हुई। कांग्रेस के कार्यक्रमों से फिलहाल खुद को अलग रख रहे डॉ. चौधरी विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। बैठक शुरू होते ही डॉ. चौधरी और सदानंद सिंह के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि डॉ. चौधरी की आपत्ति थी कि भभुआ प्रत्याशी का नाम तय करने में उनसे राय मशविरा नहीं किया गया। स्टार प्रचारकों में भी नहीं रखा। अब पार्टी चाहती है कि मैं वहां प्रचार करने जाऊं। उन्होंने कहा, अगर प्रत्याशी हार गया तो कहा जाएगा डॉ. चौधरी ने हरा दिया। उन्होंने कहा जिन नेताओं ने प्रत्याशी तय किए, पार्टी का सिंबल दिया, उन्हें यदि प्रत्याशी हारता है तो उसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। विधान पार्षद दिलीप चौधरी ने भी प्रत्याशी को लेकर सवाल उठाए और कहा कि पार्टी ने सीनियर लीडर को दरकिनार किया। विधायक संजय तिवारी ने भी प्रत्याशी को लेकर सवाल उठाए।
इस पर विधायक दल के नेता सदानंद सिंह भड़क गए। उन्होंने कहा पार्टी ने सोच समझ कर और स्थानीय नेताओं की राय लेकर प्रत्याशी तय किया है। अब यदि कोई उसे हराना चाहता है तो हरा दे।
इस बीच विधायक दल में इस बात पर सहमति बनी कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है इस लिए वह अपने एजेंडे पर चलेगी और राजद की पिछलग्गू नहीं रहेगी। कांग्रेस अपने एजेंडे पर सदन में सरकार को घेरेगी। हर मुद्दे पर राजद के साथ चर्चा जरूरी नहीं।
बैठक में सदानंद सिंह, अशोक चौधरी के साथ ही पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह, मदन मोहन झा, मो. जावेद, विजय शंकर दुबे, शकील अहमद खां, विनय वर्मा, दिलीप चौधरी समेत 28 नेता मौजूद रहे। प्रभारी अध्यक्ष भभुआ में होने की वजह से बैठक में शामिल नहीं हो सके।