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नरसंहार के पीड़ितों से मिले मुख्यमंत्री, सपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी Sonbhadra news

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोरावल के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार के पीड़ितों से रविवार को मिलकर उनका दुख-दर्द जाना।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 10:15 AM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 10:01 PM (IST)
नरसंहार के पीड़ितों से मिले मुख्यमंत्री, सपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी Sonbhadra news
नरसंहार के पीड़ितों से मिले मुख्यमंत्री, सपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी Sonbhadra news

सोनभद्र, जेएनएन। घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार की स्थिति जानने व मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की सुबह 11:15 बजे म्योरपुर हवाईपट्टी पर आ गए। वहां से हेलीकाफ्टर द्वारा उभ्भा गांव पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नरसंहार के पीडि़तों से मिलकर उनका दुख-दर्द जाना और सांत्‍वना दी। राजकीय विमान से म्योरपुर हवाई पट्टी पर उतरने के बाद वह हेलीकाप्टर से उभ्भा गांव पहुंचे और लोगों से मुलाकात के साथ अधिकारियों को आवश्‍यक दिशा निर्देश भी जारी किया। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के साथ भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पांडेय व डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद रहे।

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परिजनों से हाल-चाल पूछकर दी सांत्वना

आप लोगों को अब कोई समस्या नहीं होने देंगे। पूरी तरह मैं और हमारी सरकार आपकी मदद करेगी। आपकी सुरक्षा के लिए गांव में एक अस्थाई पुलिस चौकी खुलेगी। जहां तैनात जवान आपकी हर वक्त मदद करेंगे। यह बातें रविवार को दोपहर 12.15 बजे घोरावल क्षेत्र के उभ्भा गांव में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के बारे सुना तो बहुत दुख हुआ। मैं दो दिन पहले ही यहां आता लेकिन उस दिन अंत्येष्ठि होनी थी इसलिए नहीं आया। आज आपके पास आया हूं और आगे भी आऊंगा। अब आपको कोई समस्या नहीं होगी। हमारे अधिकारी रहेंगे। जैसे ही कोई बात हो तत्काल बताएं, आपकी मदद की जाएगी।

इस दौरान सीएम में बारी-बारी से मृतकों के एक-एक परिजनों से मुलाकात की। उनके बच्चों को गोद में उठाया और दुलारते हुए पूछा कि स्कूल जाते हो कि नहींं। स्कूल जाया करो। पढ़ोगे तो साहब बनोगे। इस दौरान अपनी जेब से निकालकर कुछ बच्चों को टाफी भी दी। वहीं कुछ मृतकों के परिजन रो रहे थे तो उन्हें शांत कराते हुए कहा कि रोइए नहीं आपको न्याय मिलेगा। दोषियों को कड़ी सजा हम देंगे। इसीलिए आपके बीच आया हूं। कहा कि आप सभी को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को सरकार की ओर से 18-18 लाख रुपये व घायलों के परिजनों को ढाई-ढाई लाख रुपये की मदद दी जाएगी। इसके साथ ही जीविकोपार्जन के लिए भी सरकार व्यवस्था करेगी।

इस दौरान सीएम ने घटनास्थल को भी देखा। वहीं घटना के मुख्य गवाह राजाराम से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेते हुए मौके पर मौजूद डीजीपी से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा। इसके बाद सीएम ने घायलों के परिजनों को विद्यालय के समीप बने छोटे से मंच पर बुलाकर 50-50 हजार रुपये का चेक दिया। इस दौरान मुख्य सचिव डा. अनूप चंद पांडेय, डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद रहे।

सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने लिया हिरासत में

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान किसी तरह की बाधा न उत्पन्न होने पाए, कोई उनके फ्लीट के आगे कूदकर व्यवधान न डाले या विरोध दर्ज न करा सके इसके लिए पुलिस काफी सतर्क है। रविवार की सुबह ही पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा को उनके घर से हिरासत में ले ली। इसके अलावा एक दर्जन कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को हिरासत में लिया गया है। अन्य राजनीतिक दलों को भी हिरासत में लेकर उन्हें शहर से बाहर के थानों में रखा गया है। वहीं सीएम के दौरे के विरोध की आशंका में चुर्क स्थित सपा के जिला कार्यालय को भी पुलिस ने घेर लिया। सीएम के विरोध की आशंका में पुलिस ने सपा जिला कार्यालय से जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक सहित लगभग 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। उनको गिरफ्तार करके पन्नूगंज थाने ले जाया गया है।

कांग्रेसियों पर भी कार्रवाई

सोनभद्र जा रहे कांग्रेस के पूर्व विधायक ललितेश पति को मीरजापुर के कलवारी चौराहे से मड़िहान पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले गई। मड़िहान के पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी व बीस कार्यकर्ताओं के साथ कलवारी तिराहे से हिरासत में लेकर सीधे मड़िहान थाने लाया गया जो सोनभद्र के उभ्भा गांव में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचने के लिए सुबह निकले थे। प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह द्वारा थाने लाकर आवश्‍यक प्रक्रिया पूरी की जा रही है। सोनभद्र की सीमा में किसी भी विशिष्ट व्‍यक्ति के जाने पर रोक के बावजूद सभी घोरावल जा रहे थे।

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन अलर्ट

मुख्यमंत्री के रविवार को दोपहर 12 बजे तक भूमि पर कब्जे को लेकर हुए नरसंहार में मृतकों के परिजनों से मिलने उभ्भा गांव में आने को लेकर पूरी रात तैयारी चलती रही। गांव की सड़कों को दुरुस्त करने के साथ ही बिजली आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मर लगाने, साफ-सफाई के साथ ही अन्य कामों को दुरुस्त करने में कर्मचारी सुबह भी लगे रहे। इसके साथ ही गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। गांव में जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है, साथ ही किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं व बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। इसके साथ ही घोरावल क्षेत्र में भी भारी संख्या में पुलिस व पीएसी के जवानों की तैनाती की गई है।

आरोपितों व सोसाइटी सदस्यों का राजनीतिक संबंध
जिला प्रशासन ने सोनभद्र नरसंहार के अरोपितों और भूमि विवाद से जुड़ी सोसाइटी के राजनीतिक कनेक्शन का खुलासा किया है। जानकारी दी कि मुख्य आरोपित ग्राम प्रधान यज्ञदत्त सोनभद्र में सपा के पूर्व विधायक रमेश चंद्र दुबे का करीबी रहा है। दबंग प्रवित्ति के प्रधान ने पिछले चुनाव में सपा का प्रचार किया था। ग्राम प्रधान के भाई को 2017 से पूर्व सड़क निर्माण का ठेका भी मिला था। आदर्श कोआपरेटिव सोसाइटी उभ्भा-सपही का गठन विवाद की मुख्य वजह है। यह सोसाइटी बिहार के वरिष्ठ कांग्रेसी  नेता व उप्र के पूर्व राज्यपाल चंदेश्वर प्रसाद नारायण सिंह के चाचा महेश्वर प्रसाद नारायण द्वारा गठित की गई थी। महेश्वर प्रसाद नारायण कांग्रेस से वर्ष 1952-56 तक बिहार से राज्यसभा के सदस्य भी रहे। उन्होंने तब सोसाइटी बनाकर तत्कालीन राजा आनंद ब्रह्म शाह से जमीन ली थी। वर्ष 1989 में इसी सोसाइटी की जमीन को व्यक्तिगत नामों में हस्तांतरण किया गया।


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