कोरोना योद्धाओं पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कानून लाएगी यूपी की योगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जिस तरह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक के बाद एक अहम फैसले लिए हैं और लॉकडाउन में फंसे छात्रों व श्रमिकों के लिए घर वापसी को संभव कर दिखाया है, इस बात की खूब सराहना हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश कोरोना जैसी महामारी से निर्णायक युद्ध लड़ रहा है। अब कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे कोरोना योद्धा (पुलिस, सफाईकर्मी, डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ) पर हमला करने वालों से सख्ती से निपटने को योगी सरकार ने कमर कस ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमलावरों को कड़ी सजा दिलाने के लिए सख्त कानून बनाने का फैसला किया है। इसके लिए एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 में संशोधन को जल्द ही अध्यादेश लाया जाएगा।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगी स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पर हमला करने वालों पर लगाम के लिए पिछले दिनों केंद्र सरकार ने कानून बनाया, लेकिन योगी सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही इस कार्य में लगे पुलिस, सफाईकर्मी आदि की सुरक्षा के लिए कानून बनाने का फैसला किया है। इस संबंध में सीएम योगी ने बुधवार को लोकभवन में टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा कर निर्देश दिए।
पत्रकारों से बातचीत में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर, नर्स, अन्य मेडिकल स्टाफ, पुलिस और सफाईकर्मियों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने का फैसला किया है। एपिडेमिक डिजीज एक्ट (महामारी बीमारी कानून) 1897 में बदलाव करने के लिए नया अध्यादेश तत्काल लाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक की और कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना को निर्देश दिये हैं कि विभिन्न कोविड अस्पतालों में 52 हजार और बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग के एल-1 अस्पताल में दस हजार बेड, एल-2 अस्पताल में पांच हजार बेड, एल-3 अस्पताल में दो हजार बेड यानी कुल 17 हजार बेड बढ़ाने के लिए कहा है। इसी प्रकार चिकित्सा शिक्षा विभाग में एल-1 अस्पताल में बीस हजार बेड, एल-2 अस्पताल में दस हजार बेड, एल-3 अस्पताल में पांच हजार बेड यानी कुल 35 हजार बेड बढ़ाने के लिए कहा है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में कोरोना वायरस से सुरक्षा के प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग में मेडिकल टीम को सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में पीपीई किट और एन 95 मास्क उपलब्ध हों यह आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिया है कि कोविड अस्पतालों में आयुष चिकित्सकों और पैरामेडिक्स का भी प्रशिक्षण कराया जाए। इसके साथ ही उन्होंने व्यपक स्तर पर टेस्टिंग करने का निर्देश फिर से दिया है। जो लोग अन्य राज्यों से आ रहे हैं, उनको क्वारंटाइन करने के साथ पूल टेस्टिंग भी कराई जाए।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि लाॅकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जाए और जो भी लाॅकडाउन का दुरुपयोग करे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। सभी जरूरतमंदों को आवश्यक सामग्री मिल जाए और कालाबाजारी व घटतौली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने कम्युनिटी सर्विलेंस का भी निर्देश दिया है, जिसमें युवा वाॅलंटियर्स, युवक मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी और एनएसए की सेवाएं लेने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटरों में भोजन की व्यवस्था करने में महिला स्वायं सहायता समूहों को भी जोड़ने का निर्देश दिया है।
प्रयागराज से गृह जिले पहुंचे दस हजार छात्र
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि प्रयागराज में शिक्षारत 15 हजार छात्रों को उनके गृह जिलों तक पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है। बुधवार शाम तक 351 बसों से छात्रों को रवाना कर दिया गया। हर बस में 30 छात्रों को रखा जा रहा है। इस तरह अब तक 10 हजार से अधिक शिक्षार्थी अपने गृह जिले में पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि इन 351 बसों के अतिरिक्त 150 और बसों को इस काम में लगा दिया गया है। इन सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया है। इनके जिलों में भी मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा।