मुख्यमंत्री रुपाणी ने कहा, अहमदाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का होगा भव्य स्वागत
आगामी 24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुजरात पहुंचेंगे गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि यहां उनके स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की जा रही हैं।
अहमदाबाद, एएनआइ। गुजरात के गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी को वाशिंगटन से अहमदाबाद पहुंचेंगे। यहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। उनके आगमन को लेकर यहां के लोग काफी उत्साहित हैं।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप 24 व 25 फरवरी को भारत यात्रा पर आ रहे हैं। अहमदाबाद में उनके स्वागत के लिए भव्य तैयारियां की जा रही हैं। उनका आगरा जाने का कार्यक्रम भी है इसलिये अहमदाबाद से आगरा तक हवाई सुरक्षा के खासे इंतजाम किये गये हैं। मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था को जांचने के लिए सोमवार को अमेरिकी दूतावास के अधिकारी और सुरक्षा अधिकारी आगरा का दौरा कर सकते हैं।
बता दें कि आगरा में भी राष्ट्रपति ट्रंप के स्वागत के लिए खास व्यवस्था की गयी है। यहां वह अमर विलास होटल में ठहरेंगे। ट्रंप के स्वागत के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उनके मनोरंजन के लिए मयूर नृत्य पेश किया जाएगा। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
बीते शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ट्रंप की आगरा यात्रा के दौरान सुरक्षा व अन्य तैयारियों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की। इस दौराना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद थे। इस दौरान अहमदाबाद से भी कई वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह सारी तैयारियों का जिम्मा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप रहे हैं।
केम छो टंप नहीं नमस्ते ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में 24 फरवरी को गुजरात में होने वाले कार्यक्रम का नाम 'केम छो ट्रंप' से बदलकर अब 'नमस्ते ट्रंप' कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्टस से मिली जानकारी के अनुसार ये बदलाव मोदी सरकार ने कार्यक्रम को राष्ट्रीय फलक देने के नाम पर किया गया है। इसके पीछे तर्क है कि इसे किसी क्षेत्र या समुदाय विशेष से जोड़कर नहीं देखा जाये क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का किसी देश के दौरे पर जाना वैश्विक मुद्दा है।