आदिवासी-मूलवासी विरोधी है भाजपा : मरांडी
पाकुड़ के विधायक दिनेश मरांडी ने सोमवार को तिलंका मांझी चौक में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाए जाने को लेकर कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द है इसे अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। इससे खतियान नहीं रहने वाले घबराए नहीं।
संवाद सूत्र, लिट्टीपाड़ा (पाकुड़) : झारखंड में 1932 का खतियान कैबिनेट से लागू कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता से किया वायदा पूरा किया है। यह बातें सोमवार को स्थानीय विधायक दिनेश मरांडी ने लिट्टीपाड़ा के तिलकामांझी चौक पर सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में झारखंडियों को उनका वाजिब हक मिलेगा। हेमंत सरकार ने हर झारखंडी के हितों के लिए 1932 खतियान को लागू किया है। जिसके पास 1932 का खतियान नहीं है वे घबराएं नहीं। उसके लिए ग्राम सभा को अधिकार दिया गया है ताकि ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग हुए 22 वर्ष हो गए और 17 वर्ष भाजपा ने झारखंड में राज किया। भाजपा ने झारखंड के लोगों के हितों के बारे में नहीं सोचा। भाजपा ने राज्य के भोले भाले आदिवासी, पहड़िया एवं मूलवासी को ठगने का काम किया है। भाजपा ने 1985 का खतियान लागू कर मूल वासियों को केवल ठगने का काम किया था। भाजपा आदिवासी मूलवासी विरोधी है। झामुमो जल, जंगल, जमीन के लिए संघर्ष करती रही है। 1932 खतियान का लागू कराने को लेकर झामुमो शुरू से प्रयासरत थी। उन्होंने जनता से अपील की कि भाजपा के लोग आएं तो आदर के साथ बैठाकर पूछें कि यहां के मूलवासी के लिए क्या किया है।
सभा को जिला संयोजक सुलेमान बास्की ने भी संबोधित किया। सभा के पूर्व 1932 का खतियान लागू होने पर सोमवार को लिट्टीपाड़ा के साप्ताहिक हाट में झामुमो कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े के साथ जुलूस निकाला। झामुमो नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने अबीर गुलाल उड़ाते हुए जमकर आतिशबाजी भी की। विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने चौक स्थित तिलका मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। वहीं मंच पर जिला उपाध्यक्ष समद अली, अजीजुल इस्लाम, जिप उपाध्यक्ष अशोक भगत, प्रखंड अध्यक्ष चरण मुर्मू, बीससूत्री अध्यक्ष प्रसाद हांसदा, रावण, जावेद आलम, ईसाक अंसारी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।