काम आ गई दबंगई, पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ अपहरण व धमकी देने की FIR वापस
Ex MP Dhananjay Singh जौनपुर से बहुजन समाज पार्टी से सांसद रहे बाहुबली धनंजय सिंह का अपराध जगत तथा विवादों से काफी पुराना नाता रहा है।
जौनपुर, जेएनएन। अपराध की दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाले पूर्व सांसद धनंजय सिंह की दबंगई का बड़ा असर हो गया है। पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ अपहरण तथा मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले शख्स ने उनकी पेशी से पहले ही अपना कदम खींच लिया है। उसने कोर्ट में अर्जी देकर धनंजय सिंह के खिलाफ केस वापस लेने की अपील की है।
जौनपुर से बहुजन समाज पार्टी से सांसद रहे बाहुबली धनंजय सिंह का अपराध जगत तथा विवादों से काफी पुराना नाता रहा है। धनंजय सिंह के खिलाफ बीती 11 मई को अपहरण तथा मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले प्रोजेक्ट मैनेजर ने जौनपुर सीजेएम कोर्ट में वकील के माध्यम से प्रार्थना पत्र देकर अपना बयान बदल दिया है। उन्होंने साफ कहा कि भविष्य में भी मुझे धनंजय सिंह के खिलाफ कोई भी केस नहीं लडऩा है। जौनपुर जेल में 11 मई से बंद बाहुबली धनंजय सिंह को इससे बड़ी राहत मिली है। पूर्व सांसद पर अपहरण और धमकी देने का केस दर्ज कराने वाले सीवर ट्रीटमेंट (जल निगम) के मैनेजर अभिनव सिंघल अपने बयान से पलट गए हैं। सिंघल ने कोर्ट में शपथ पत्र देने हुए कहा कि मैंने मानिसक तनाव के कारण धनंजय सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, मेरे साथ अपहरण तथा धमकी जैसा कोई भी मामला नहीं हुआ था।
पुलिस ने 10 मई को देर रात पूर्व सांसद धनंजय सिंह तथा उनके एक साथी को अपहरण और रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले की रिपोर्ट जौनपुर के लाइन बाजार थाने में 10 मई को दर्ज हुई थी। इसके बाद एक साथी के साथ गिरफ्तार धनंजय सिंह को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। इस मामले की अगली सुनवाई 20 मई को है। अब इस सुनवाई से पहले ही वादी मुकदमा बयान से पलट गया है।
धनंजय सिंह 2009 में जौनपुर से बसपा से सांसद रहे। उनका विवादों से काफी लंबा नाता है। धनंजय सिंह ने 27 वर्ष की उम्र में साल 2002 में रारी (अब मल्हनी) विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया था। वह दोबारा इसी सीट पर जेडीयू के टिकट से जीते।