पश्चिम बंगाल में ममता को झटका, हाईकोर्ट ने भाजपा को दी रथयात्रा की अनुमति
rath yatra in bengal. कलकत्ता हाई कोर्ट ने निर्देश दिया कि प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में कहीं भी कानून और व्यवस्था का कोई उल्लंघन न हो।
कोलकाता, जेएनएन। कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा की तीन रथ यात्राओं के लिए अनुमति दे दी है। साथ ही, यह निर्देश दिया कि प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में कहीं भी कानून और व्यवस्था का कोई उल्लंघन न हो।
जानकारी के मुताबिक, कलकत्ता हाई कोर्ट ने भाजपा की लोकतंत्र बचाओ यात्रा जिसे रथ यात्रा कहा जा रहा है, को अनुमति दे दी है। अदालत ने राज्य की ममता सरकार की दलीलों को मानने से इन्कार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार कल्पना के आधार पर डर को कारण नहीं बना सकती है। सरकार कल्पना के जरिए या किसी अन्य राज्य में क्या हो रहा है, उस आधार पर सांप्रदायिक हिंसा की आशंका नहीं जाता सकती। लोकतंत्र में सभी राजनीतिक दलों को अपनी बात रखने और कहने का अधिकार है, ऐसे में कोई भी सरकार किसी पार्टी के बुनियादी अधिकारों पर हमला नहीं कर सकती है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा यात्रा को अनुमति नहीं मिलने के बाद भाजपा ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। राज्य सरकार ने बुधवार को हाई कोर्ट से कहा था कि राज्य में रथ यात्रा के कारण होने वाले सांप्रदायिक सौहार्द पर खतरों के चलते इस पर रोक लगाई गई थी।
छह दिसंबर को हाई कोर्ट की एकल पीठ ने भाजपा को रथ यात्रा निकालने से मना कर दिया था। इसके बाद पार्टी ने खंडपीठ का रुख किया। इसके बाद इस मामले पर 14 दिसंबर को फैसला सुनाने की बात कही गई। हालांकि इस बीच, 15 दिसंबर को भी तृणमूल सरकार ने रथ यात्रा पर रोक लगा दी थी।
जानिए, किसने क्या कहा
इस बीच, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि उन्होंने बेहद शातिर ढंग से यात्रा के साथ रथ जोड़ दिया, जिस पल आपने उसमें रथ जोड़ दिया। आप उसे महाभारत और रामायण के साथ जोड़ देते हैं, तब भाजपा पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाना ज्यादा आसान हो जाता है।
हमें न्यायपालिका पर भरोसा थाः कैलाश विजयवर्गीय
इस बीच, पश्चिम बंगाल में भाजपा की तीन रथ यात्राओं को हाई कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम इस फैसले का स्वागत करते हैं और हमें न्यायपालिका पर भरोसा था कि हमें न्याय मिलेगा। यह निर्णय निरंकुशता के मुंह पर तमाचा है।
रथयात्रा पर भाजपा जिलाध्यक्षों की बैठक
2019 के आम चुनाव से पहले पार्टी की ओर से प्रस्तावित सभी 42 लोकसभा केंद्रों में रथ यात्राओं को अनुमति नहीं मिलने पर विकल्प के तौर पर पदयात्रा की रणनीति बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों की बैठक कोलकाता में होगी।
प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सह प्रभारी अरविंद मेनन, मुकुल रॉय सरीखे वरिष्ठ नेताओं की बैठक में शामिल होंगे। भाजपा सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि लोकसभा चुनाव से पहले जिला अध्यक्षों की बैठक बेहद अहम है, क्योंकि इसमें आगामी 4 से 5 महीने के दौरान लोकसभा चुनाव से पहले आक्रामक तौर से जनता के बीच भाजपा की उपस्थिति को दर्ज कराने को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।