CAA Protest in UP : अखिलेश यादव बोले- सीएए हमारे संविधान के खिलाफ, धारा 144 बेहद कमजोर
CAA Protest in UP अखिलेश यादवने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक हमारे संविधान के खिलाफ है। देश में किसी भी जाति धर्म का कोई भी आया इस धरती ने उसे अपना लिया।
सीतापुर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएए को देश के संविधान के खिलाफ बताया है।
लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ जाते समय गुरुवार को सीतापुर में रुके समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादवने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक हमारे संविधान के खिलाफ है। हमारे देश में किसी भी जाति धर्म का कोई भी आया, इस धरती ने उसे अपना लिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तो देश की अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर असफल है। नौकरी देने में नाकाम है। इसी कारण जनता को गुमराह करती रहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद से ही हिंदू और मुसलमान के बीच खाई पैदा करने में जुटी है। देश में भाजपा मुसलमानों को नाराज करने पर तुली रहती है। उन्होंने कि 371 कई जगहों पर लगी है, लेकिन उसे नहीं हटाया जा रहा है। भाजपा को नौकरी और रोजगार देना था लेकिन देश को गुमराह करने के लिए सीएए एक्ट बना डाला। उन्होंने कहा भाजपा की साजिश यही है कि किसी भी तरह देश बंटा रहे। समाज बंटा रहे और इनकी राजनीति चमकती रहे। भाजपा जान-बूझ कर कर रही है ताकि किसी तरह वो अपनी कुर्सी बचा सके। हमारा संविधान भेदभाव नहीं करता है। केवल कुर्सी पाने के लिए भाजपा ने ये कानून लाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तो देश की जनता जागरूक है। इसी वजह से वह सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए आई है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह देश के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने ऊपर से मुकदमे वापस लिए हैं। उन्होंने कहा कि जो भी लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय में सुरक्षा मांगने गया है, उसकी या तो हत्या हो गई या फिर कानूनी कार्रवाई हो गई। उन्होंने भाजपा विधायकों के धरने पर बैठने को लेकर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि अभी तो कम बैठे हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है। उन्होंने कानून व्यवस्था पर भी सरकार को घेरा। कोर्ट ही नहीं, हर जगह हत्याएं हो रहीं हैं। उन्होंने कहा कि धारा 144 कमजोर उतनी ही कमजोर है, जितनी भाजपा सरकार।