Move to Jagran APP

CAA Protest : संगोष्ठी में भाग लेने आ रहे पूर्व आइएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन को प्रयागराज से लौटाया

CAA Protest in UP मुख्य वक्ता पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन के इसमें शामिल होने की सूचना पर जिला प्रशासन ने उन्हें प्रयागराज एयरपोर्ट पर रोक लिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 11:47 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 12:10 PM (IST)
CAA Protest : संगोष्ठी में भाग लेने आ रहे पूर्व आइएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन को प्रयागराज से लौटाया
CAA Protest : संगोष्ठी में भाग लेने आ रहे पूर्व आइएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन को प्रयागराज से लौटाया

प्रयागराज, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी तक धारा 144 लागू होने के बाद से सतर्क पुलिस ने शनिवार को केरल से पहुंचे रिटायर्ड आइएएस अधिकारी को हिरासत में ले लिया। माना जा रहा है केरल के रिटायर्ड आईएएस अफसर कन्नन गोपीनाथन प्रयागराज में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में माहौल बनाने पहुंचे थे। 

loksabha election banner

सरदार पटेल संस्थान में आयोजित 'नागरिकता बचाओ, संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ' विचार गोष्ठी में शामिल होने आए पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन को शनिवार को प्रयागराज एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। मुंबई की फ्लाइट से पहुंचे गोपीनाथन को जिला प्रशासन ने दिल्ली की फ्लाइट से वापस भेज दिया। इसकी कड़ी निंदा करते हुए आयोजकों ने इसे योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या बताया। इसके साथ ही विरोध में सोमवार को जिलाधिकारी के समक्ष विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया। 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध में इस्तीफा देने वाले पूर्व आइएएस अफसर कन्नन गोपीनाथन को प्रयागराज एयरपोर्ट से उस समय वापस लौटाया गया, जब प्रशासन को पता चला कि वो सीएए और एनआरसी के खिलाफ होने वाली एक बैठक में हिस्सा लेंगे। सीएए और एनआरसी के खिलाफ बैठक आयोजित करने वाले लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन ने कन्नन गोपीनाथन को बैठक में हिस्सा लेने की इजाजत दी थी। कन्नन गोपीनाथन ने खुद के हिरासत में लेने की जानकारी ट्विटर पर दी। 

ट्वीट पर दी जानकारी

गोपीनाथन ने तीन ट्वीट किया था। गोपीनाथन ने अपने पहले ट्वीट में सिर्फ एक शब्द डिटेन्ड लिखा था। यानी उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि उन्हें हिरासत में लिया गया है। उसके कुछ ही पल बाद गोपीनाथन ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने जगह का भी खुलासा किया। कन्नन गोपीनाथन ने अपने अगले ट्वीट में लिखा 'इलाहाबाद एयरपोर्ट पर'। शाम 4 बजकर 41 मिनट पर कन्नन गोपीनाथन ने इसी घटना पर एक अगला ट्वीट किया जिसमें उन्होंने बताया कि उनके साथ एयरपोर्ट पर क्या घटना घटी।

गोपीनाथन ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा है कि उन्हें इलाहाबाद एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई और उन्हें दिल्ली जाने वाली एक फ्लाइट में बैठा दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी की इंडिपेंडेंट बनाना रिपब्लिक हर बार दिल्ली की मुफ्त यात्रा प्रदान करती है। योगी सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए गोपीनाथन ने ट्वीट में आगे लिखा है कि योगी आदित्यनाथ फ्री स्पीच से काफी डरते हैं। यूपी पुलिस को टैग करते हुए उन्होंने लिखा है कि मैं फिर आऊंगा। यूपी पुलिस इस बार अपनी बुकिंग पहले से करा लें।

दरअसल, ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम (एआइपीएफ) और नागरिक समाज की ओर से विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया था। मुख्य वक्ता पूर्व आइएएस कन्नन गोपीनाथन के इसमें शामिल होने की सूचना पर जिला प्रशासन ने उन्हें प्रयागराज एयरपोर्ट पर रोक लिया। इसके बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। भनक आयोजकों को लगी तो उन्होंने इसकी निंदा की। इसके बाद गोष्ठी को संबोधित करते हुए इंसाफ मंच के राष्ट्रीय संयोजक मो. सलीम ने कहा संविधान की शपथ खाकर सत्ता में आई भाजपा संविधान को ही नष्ट करने में लगी है। देश को सांप्रदायिक दंगों की आग में झोंकने की कोशिश हो रही है। 

इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता फरमान नकवी ने कहा कि भाजपा ने नागरिकता संबंधी पूरा बखेड़ा ऐसे समय में शुरू किया है जब देश गंभीर आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विक्रम हरिजन ने रोहित वेमुला को याद करते हुए कहा यह लड़ाई मिलकर तेज करनी होगी।

गोपीनाथन के उनके बारे में ट्वीट किए जाने के बाद उनके विरोध की खबर सामने आई। गोपीनाथन ने कहा कि जैसे ही मैं एयरपोर्ट से बाहर आया और बाहर निकलने की ओर जा रहा था, लगभग दस पुलिसकर्मियों ने मुझसे संपर्क किया, मेरी पहचान के बारे में पूछा और जब मैंने उन्हें अपना नाम बताया, तो वे मुझे किसी वीआईपी लाउंज में ले गए। इलाहाबाद छोडऩे के बाद पुलिस ने मुझसे मेरी आगे की योजना के बारे में पूछा और जब मैंने उन्हें बताया कि मुझे शनिवार रात को दिल्ली से बोकारो के लिए उड़ान पकडऩी है, तो उन्होंने मुझे वापस भेज दिया। गोपीनाथन ने उस समय सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्होंने धारा 370 के निरस्त होने के बाद अपनी सेवा से इस्तीफा दे दिया था, जिसे उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन कहा था। 

पुलिस ने गोपीनाथन को हिरासत में लेने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कहा कि हमने पूर्व आईएएस अधिकारी को हिरासत में नहीं लिया। हमने केवल उनको कार्यक्रम में न जाने की सलाह ही दी थी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.