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'मशहूर होने के जाल में न फंसे गौतम गंभीर' - गौतम गंभीर को अनुपम खेर की नसीहत

पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद गौतम गंभीर को अनुपम खेर ने यह नसीहत गुरुग्राम में एक युवक की पिटाई के मामले को लेकर दी है। इस मुद्दे पर गौतम ने ट्वीट किया था।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 29 May 2019 08:57 AM (IST)Updated: Wed, 29 May 2019 10:24 AM (IST)
'मशहूर होने के जाल में न फंसे गौतम गंभीर' - गौतम गंभीर को अनुपम खेर की नसीहत
'मशहूर होने के जाल में न फंसे गौतम गंभीर' - गौतम गंभीर को अनुपम खेर की नसीहत

नई दिल्ली, जेएनएन। हरियाणा के गुरुग्राम में अल्पसंख्यक समुदाय के एक युवक के साथ हुई तथाकथित बदसलूकी पर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट (East Delhi Lok Sabha) से सांसद चुने गए पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के ट्वीट करने पर बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने उन्हें नसीहत दी है। 

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गौतम गंभीर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्टर अनुपम खेर 'डियर गौतम गंभीर!! आपकी जीत पर बधाई। एक पैशनेट भारतीय होने के नाते मुझे बेहद खुशी है। आपको मेरी सलाह की जरूरत नहीं, लेकिन फिर भी कहता हूं कि मीडिया एक धड़े में पॉपुलर होने के टक्कर में उनके जाल में मत फंस जाना। यह आपका काम है जो बोलेगा, आपके वक्तव्य नहीं।'

गौरतलब है कि गौतम गंभीर ने गुरुग्राम में हुई घटना के खिलाफ ट्वीट किया था- 'गुरुग्राम में मुस्लिम युवक से टोपी उतारने और जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए कहा गया।' यह निंदनीय है। गुरुग्राम प्रशासन की ओर से जरूरी कार्रवाई की जाए। हम एक धर्मनिरपेक्ष देश हैं, जहां जावेद अख्तर 'ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे' लिखते हैं और राकेश ओम प्रकाश मेहरा दिल्ली-6 में 'अर्जियां' दिया है।'

इसी के साथ गौतम गंभीर ने अन्य ट्वीट में मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास, सब का विश्वास' मंत्र का भी जिक्र किया था। 

मुस्लिम युवक से मारपीट मामले में एसआइटी गठित
यहां पर बता दें कि सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद के पास मुस्लिम युवक के साथ मारपीट की घटना में पुलिस ने स्पष्ट कर दिया कि पीड़ित युवक के साथ केवल एक युवक ने मारपीट की थी। पुलिस ने यह दावा एक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर किया है। आरोपित को पकड़ने तथा पूरे मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस आयुक्त ने विशेष जांच टीम (एसआइटी) का गठन किया है।

पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील ने भी मंगलवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि घटना को सांप्रदायिक रंग देने वालों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा आरोपित को हर हाल में पकड़ा जाएगा अपराध करने वाले व्यक्ति का कोई धर्म नहीं होता है।

पूरी सच्चाई गिरफ्तारी होने के बाद ही सामने आएगी। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा कि पीड़ित ने जय श्रीराम व भारत माता के नारे लगाने की कोई बात एफआइआर में नहीं लिखवाई है। बयान में सिर्फ टोपी नहीं पहनने देने तथा मारपीट करने की बात कही है।

दरअसल, जैकबपुरा में किराये पर रहने वाले मूल रूप से बिहार के बेगूसराय जिले के गांव हसनपुर निवासी मोहम्मद बरकत आलम ने रविवार को मामला दर्ज कराया था। उनकी शिकायत थी कि शनिवार रात जामा मस्जिद के नजदीक एक समुदाय के युवक ने कहा कि टोपी पहनकर कहां जा रहा है। इसके बाद उनके साथ मारपीट शुरू कर दी गई, हालांकि पीड़ित द्वारा मीडिया व पुलिस को दिए गए बयान में काफी अंतर है। पीड़ित ने कई युवकों द्वारा मारपीट किए जाने की बात भी कहीं थी मगर पुलिस दावा कर रही है सीसीटीवी फुटेज में पीड़ित व आरोपित के बीच ही मामला हुआ है।

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