West Bengal: अमित शाह के भोजन करने के बाद अब आदिवासी हांसदा की बेटी का इलाज कराएगी भाजपा
West Bengal BJP अमित शाह के निर्देश पर बांकुड़ा के सांसद डॉ सुभाष सरकार चतुरडीही गांव में हांसदा परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। परिवार से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हांसदा की बेटी रचना के इलाज का पूरा खर्च वह उठाएंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal BJP: दो दिवसीय बंगाल दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को बांकुड़ा जिले में आदिवासी समुदाय के विभीषण हांसदा के घर भोजन किया था, इसके बाद से इस परिवार के अच्छे दिन आ गए हैं। शाह के निर्देश पर रविवार को बांकुड़ा के सांसद डॉ सुभाष सरकार चतुरडीही गांव में हांसदा परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। परिवार से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हांसदा की बेटी रचना के इलाज का पूरा खर्च वह उठाएंगे। भाजपा सांसद ने परिवार को इसका आश्वासन दिया। डॉ सरकार ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर उसे इलाज के लिए एम्स दिल्ली ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि हांसदा की बेटी एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है, जिसे डायबिटीज इंसिपिडस कहा जाता है जो बचपन से ही हो जाता है और उसे लगातार इलाज की जरूरत होती है। इसलिए परिवार को अब उसके इलाज के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। वह और उनकी पार्टी ने उसके इलाज की पूरी जिम्मेदारी ली है।
केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह ने दो दिवसीय बंगाल दौरे के दौरान बांकुड़ा जिले के चतुरडीही गांव में जिस आदिवासी समुदाय के विभीषण हांसदा के घर दोपहर का भोजन किया था, उनके जाने के बाद शनिवार को सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के नेता उक्त आदिवासी के घर पहुंचे और उन्हें लुभाने की कोशिश की। तृणमूल नेताओं ने हांसदा के परिवार को साड़ी, कपड़े व अन्य राहत सामग्री प्रदान की। भविष्य में भी मदद का आश्वासन दिया। इसको लेकर भाजपा व तृणमूल में आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गया है। तृणमूल नेताओं का कहना है कि हांसदा के परिवार की स्थिति खराब थी, इसीलिए हमलोग सहायता के लिए गए थे।
दूसरी ओर, भाजपा नेताओं का कहना है कि शाह के दौरे से तृणमूल कांग्रेस के लोग डर गए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पिछले दस साल से तृणमूल कांग्रेस को हांसदा का परिवार याद नहीं आया। गौरतलब है कि इससे पहले 25 अप्रैल 2017 को बतौर भाजपा अध्यक्ष शाह ने उत्तर बंगाल के नक्सलबाड़ी में एक आदिवासी महिला गीता महाली के घर भोजन किया था। उसके अगले दिन ही उक्त आदिवासी परिवार को तृणमूल कांग्रेस ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था। गौर करने वाली बात यह है कि गुरुवार को शाह ने जब बांकुड़ा में आदिवासी के घर भोजन किया, उसी दिन राज्य सरकार ने आदिवासी महिला गीता महाली को होमगार्ड में नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा।