Jammu And Kashmir: पीपुल्स एलायंस के सामने जम्मू की जनता को खड़ा करेगी भाजपा
Peoples Alliance कश्मीर केंद्रित सियासी दलों को जवाब देने के लिए प्रदेश भाजपा ने जम्मू संभाग के लोगों को एक मंच पर लाने की तैयारी की है। सामाजिक और धार्मिक संगठनों को साथ लेकर भाजपा एक रणनीति के तहत पीपुल्स एलायंस की सियासी गोटियां बिखरेगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। Peoples Alliance: गुपकार घोषणापत्र के बहाने एक छतरी के नीचे आए कश्मीर केंद्रित सियासी दलों को जवाब देने के लिए प्रदेश भाजपा ने जम्मू संभाग के लोगों को एक मंच पर लाने की तैयारी की है। सामाजिक और धार्मिक संगठनों को साथ लेकर भाजपा एक रणनीति के तहत पीपुल्स एलायंस की सियासी गोटियां बिखरेगी। इसके लिए जरूरत पड़ी तो अमरनाथ भूमि आंदोलन की तर्ज पर आंदोलन का भी विकल्प तैयार रखा जाएगा। मकसद अनुच्छेद 370 के समर्थन के बहाने जनता को गुमराह कर रही नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी जैसे दलों को कटघरे में खड़ा करना रहेगा। दरअसल, पीडीपी अध्यक्ष महबूब मुफ्ती के रिहा होने के बाद कश्मीर में सियासी गतिविधियों में तेजी आई है।
नेकां व पीडीपी अन्य दलों के साथ जम्मू कश्मीर की पांच अगस्त 2019 से पूर्व की स्थिति बहाल करने के लिए अभियान चलाने की तैयारी में हैं। अब इन दलों को जवाब देने के लिए ही प्रदेश भाजपा ने शुक्रवार को जम्मू स्थित मुख्यालय में बैठक की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जम्मू के 13 धार्मिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसमें संकल्प लिया गया कि गुपकार एजेंडे के बहाने इन कश्मीर के दलों को राज्य का माहौल खराब करने का मौका नहीं दिया जाएगा। इसलिए जम्मू संभाग के लोगों को साथ लेकर पीडीपी व नेशनल कांफ्रेंस जैसे दलों की असलियत लोगों के सामने लाई जाएगी। बैठक में गुपकार घोषणापत्र व पीपुल्स एलायंस के गठन से उपजे हालात पर भी चर्चा की गई।
बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में रैना ने कहा कि देश विरोधी ताकतों की कठपुतली बने कश्मीर के कुछ नेता चीन और पाकिस्तान के इशारों पर नाच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अलगाववाद, आतंकवाद का जनक अनुच्छेद 370 अब कभी वापस नहीं आएगा। इसे लेकर हालात खराब करने की कोशिश कर रहे दल वही हैं, जिन्होंने गुज्जर बक्करवाल, महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, गोरखा, बाल्मीकि समाज, लद्दाखियों व कश्मीर के राष्ट्रवादी लोगों पर अत्याचार किया है। प्रेस वार्ता में अशोक खजूरिया व डॉ. डीके मन्याल भी मौजूद थे।
ये संगठन थे बैठक में
संयुक्त बैठक में जम्मू कश्मीर राजपूत सभा के ठाकुर नारायण सिंंह, ऑल जम्मू कश्मीर ब्राह्मण प्रतिनिधि सभा के शक्तिदत्त शर्मा, आल महाशा सदर सभा के डॉ. एमएल राव, श्री गुरु रविदास सभा के केके ढींगरा, आल संत कबीर सभा के फकीर चंद भगत, आल जम्मू कश्मीर ओबीसी सभा के ब्रहमज्योत सत्ती, जम्मू-कश्मीर बटवाल सभा के अजेब सिंह, पश्चिम पाकिस्तान रिफ्यूजी संगठन के लब्बा राम गांधी, एसटी सभा के हारूण चौधरी, गुलाम कश्मीर रिफ्यूजी, सिख संगठन के चरणजीत सिंह के साथ गुज्जर बक्करबाल व पहाड़ी संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
कुछ नेताओं को रास नहीं आ रही पत्थरबाजी पर रोक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कश्मीर में पत्थबाजी, प्रदर्शन बंद होना कुछ नेताओं को रास नहीं आ रहा है। इन्हें जेलों से बाहर आते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। इन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के साथ देशवासी ऐसी साजिशों को बर्दाश्त नही करेंगे।
कब्जे की जमीन पर क्यों नहीं बोलते कश्मीरी दल
रविंद्र रैना ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अगर कोई मसला है तो वह पाकिस्तान व चीन द्वारा भारतीय इलाकों पर कब्जा करना है। इन दोनों देशों को कब्जे वाले भारतीय इलाकों को खाली करना पड़ेगा। रैना ने कहा कि गुपकार अलायंस पाकिस्तान व चीन का हिमायती है। इसीलिए वे इन देशों द्वारा कब्जे की जमीन पर कुछ नहीं बोलते हैं।