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नागरिकता संशोधन बिल को लेकर संदेह दूर करेगी भाजपा...विपक्ष पर लगाया भ्रम फैलाने का आरोप

भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी दलों की ओर से फैलाई जा रहीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए भाजपा कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 09:03 AM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 09:03 AM (IST)
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर संदेह दूर करेगी भाजपा...विपक्ष पर लगाया भ्रम फैलाने का आरोप
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर संदेह दूर करेगी भाजपा...विपक्ष पर लगाया भ्रम फैलाने का आरोप

लखनऊ, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी दलों की ओर से फैलाई जा रहीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए भाजपा कार्यकर्ता जनता के बीच जाएंगे। लोगों को विधेयक की वास्तविक जानकारी देने के साथ उसके फायदे बताकर उनके मन में उपजे संदेह का निराकरण करेंगे। उत्तर प्रदेश और बिहार के भाजपा कार्यकर्ताओं को नागरिकता संशोधन विधेयक की बारीकी से जानकारी देने के लिए शनिवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में कार्यशाला आयोजित हुई।

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कार्यशाला के बाद मीडिया से मुखातिब भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ.अनिल जैन ने कहा कि विभाजन की विभीषिका के चलते पड़ोसी देशों में जो लोग सांप्रदायिक भेदभाव का शिकार होने के साथ नारकीय जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं, यह विधेयक उनके लिए मददगार साबित होगा। विधेयक का प्रारूप तैयार करने के लिए मोदी सरकार ने ढाई सौ से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से वार्ता की। यह विधेयक न तो संविधान के अनुच्छेद-14 की भावना के विरुद्ध है, न ही सामाजिक तानेबाने को तोड़ने वाला और न ही मुसलमानों के खिलाफ। कुछ लोग सियासी कारणों से विधेयक को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। लोगों के बीच इन भ्रांतियों के निराकरण के लिए भाजपा देश में छह कार्यशालाएं आयोजित करेगी, जिसमें से पहली लखनऊ में हुई है। विधेयक को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने के लिए भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के जरिये लोगों के बीच जाएगी। बुद्धिजीवियों के साथ हॉल मीटिंग भी करेगी।

कार्यशाला में शामिल होने आए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि नागरिकता अधिनियम 1955 में भारत ने समय-समय पर जरूरत के मुताबिक संशोधन किए हैं। विधेयक को लेकर विपक्ष का प्रचार भ्रामक है। असम में आंदोलन को विपक्षी दल हवा दे रहे हैं, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि पूर्वोत्तर राज्यों की स्वायत्तता और विशेषाधिकार यथावत रहेंगे। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में जो असम समझौता हुआ था, उसके अनुच्छेद-6 के तहत असम की सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए जिस कमेटी का गठन होना चाहिए था, वह मोदी सरकार के कार्यकाल में गठित हो पाई। कार्यशाला को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने भी संबोधित किया।

राहुल का बयान बालसुलभ उच्छृंखलता

एक सवाल के जवाब में डॉ.सुधांशु ने कहा कि रेप को लेकर राहुल गांधी का आपत्तिजनक बयान देना उनकी बालसुलभ उच्छृंखलता है और इसके लिए माफी नहीं मांगने पर अड़े रहकर वह बाल हठ का परिचय दे रहे हैं। उनका कृत्य अक्षम्य है। 


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