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स्‍मृति शेष : संघर्षों की दास्तां रहा उपेंद्र शुक्‍ला का राजनीतिक कॅरियर Gorakhpur News

स्‍मृति शेष भाजपा नेता उपेंद्र दत्‍त शुक्‍ला का पूरा जीवन संघर्षों से भरा रहा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 10:38 AM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 02:30 PM (IST)
स्‍मृति शेष : संघर्षों की दास्तां रहा उपेंद्र शुक्‍ला का राजनीतिक कॅरियर Gorakhpur News
स्‍मृति शेष : संघर्षों की दास्तां रहा उपेंद्र शुक्‍ला का राजनीतिक कॅरियर Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्‍यक्ष और पूर्वांचल में भाजपा के कद्दावर नेता उपेंद्र दत्त शुक्ल के असामयिक निधन से हर कोई हतप्रभ है। उपेंद्र दत्त शुक्ल का पूरा राजनीतिक कॅरियर संघर्षों से भरा रहा। उनकी पहचान एक संघर्षशील नेता के तौर पर थी। अपने छात्र जीवन में ही 1977 में इमरजेंसी के दौरान उन्होंने मीसा के तहत गिरफ्तारी देने की कोशिश की लेकिन उम्र कम होने के चलते उनकी तमन्ना पूरी नहीं हो सकी। 1980 में वह भाजपा से जुड़ गए। 1996 में उन्होंने कौड़ीराम विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए। 2006 में कौड़ीराम सीट से निर्दल प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमाया लेकिन सफलता फिर भी नहीं मिल सकी। 2007 में एक फिर भाजपा के टिकट पर कौड़ीराम सीट से उन्हें विधानसभा चुनाव लडऩे का मौका मिला लेकिन इस बार भी उन्हें कामयाबी नहीं मिली।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताया था विश्‍वास

उनकी संघर्षशील छवि को देखते हुए ही 2018 के लोकसभा उपचुनाव में पार्टी ने उन्हें प्रतिष्ठित गोरखपुर संसदीय सीट से भाजपा का प्रत्याशी बनाया। किस्मत ने इस बार भी उनका साथ नहीं दिया और उन्हें सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद से हार का मुंह देखना पड़ा। यह सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सांसद पद से इस्तीफा देने के चलते खाली हुई थी। हालांकि उपेंद्र किसी संवैधानिक पद को नहीं हासिल कर सके लेकिन संगठन के लिए उनके संघर्ष को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। भाजयुमो के प्रदेश मंत्री, गोरखपुर के जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष और प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे दायित्वों को उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ निभाया और पार्टी की हर उम्मीद पर खरे उतरे।

सीएम योगी ने कहा, जनता ने एक सच्‍चा हितैषी खो दिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा है कि वह आजीवन राष्ट्रीय विचारधारा के प्रति समर्पित रहे। उनकी पहचान एक मिलनसार और जनप्रिय नेता के रूप में थी। उन्होंने पार्टी की ओर से मिले हर दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ किया। उनके निधन से पार्टी ने एक समर्पित कार्यकर्ता और जनता ने एक सच्‍चा हितैषी खो दिया है। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।

लाेगों को यकीन नहीं हुआ कि नहीं रहे उपेंद्र

उपेंद्र दत्त शुक्ल के अचानक हुए निधन की सूचना जंगल में आग की तरह फैली। हर व्यक्ति सूचना पाकर हतप्रभ नजर आया। उनके अचानक दुनिया छोडऩे की खबर पर सहसा किसी को विश्वास नहीं हुआ। सूचना की सच्‍चाई को लेकर जानकारी हासिल करने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। परिवार के लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह 11 बजे तक उपेंद्र बिल्कुल स्वस्थ थे। 11:30 बजे के करीब उनके सीने में दर्द हुआ तो परिजन उन्हें लेकर गांधी आश्रम गली में मौजूद एक निजी अस्पताल पहुंचे। जांच के दौरान स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख परिजनों ने उन्हें छात्रसंघ चौराहा स्थिति एक दूसरे निजी अस्पताल ले जाने का फैसला किया।

दूसरे अस्पताल आते-आते उनकी स्थिति बिगड़ गई। वहां पहुंचते ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन थोड़ी ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया। चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद उनके पार्थिव शरीर को पहले अलहदादापुर स्थित आवास पर लाया गया। यहां से करीब 15 मिनट बाद परिजन उनके शव को लेकर पैतृक गांव सरया तिवारी चले गए। भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी बृजेश राम त्रिपाठी ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार सोमवार सुबह 11 बजे बड़हलगंज के मुक्तिधाम घाट पर सरयू नदी के तट पर किया जाएगा। उपेंद्र अपने पीछे पत्नी सुभावती, पुत्र अरविंद व अमित और पुत्री विन्ध्यवासिनी सहित भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं।

दलीय सीमा तोड़ नेताओं ने जताया शोक

उपेंद्र शुक्‍ला की मौत की सूचना मिलने के बाद शोक जताने और भावभीनी श्रद्धांजलि देने का तांता लग गया। शोक जताने में दलीय सीमा भी टूटती नजर आई। शोक जताने वालों में पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल, बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी, सांसद रवि किशन, विधान परिषद के पूर्व सभापति और बसपा नेता गणेश शंकर पांडेय, सांसद रवि किशन, रमापति राम त्रिपाठी, हरीश द्विवेदी व कमलेश पासवान, नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, फतेह बहादुर सिंह, विपिन सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, महेंद्र पाल सिंह, शीतल पांडेय, जटाशंकर व संगीता यादव, एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व एमएलसी विनोद पांडेय, महापौर सीताराम जायसवाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, प्रदेश मंत्री कामेश्वर सिंह, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रमेश सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र सिन्हा, रवि श्रीवास्‍तव, क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष पुष्पदंत जैन, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, पूर्व महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, महानगर उपाध्यक्ष बृजेश मणि मिश्र आदि शामिल रहे।

राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री विश्व विजय सिंह, जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान, पूर्व जिलाध्यक्ष सैयद जमाल, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी, अष्टभुजा शुक्ला, रमाकांत सिंह विभ्राट चंद्र कौशिक, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री प्रदीप पांडेय, बजरंग दल के सह प्रांत संयोजक दुर्गेश त्रिपाठी, दुर्गेश पांडेय, अरुणेश शाही, विश्वजीताशु सिंह आशु, डॉ. संजयन त्रिपाठी, सृंजय मिश्र, पूर्व पार्षद प्रेमचंद श्रीवास्तव, अखिलेंदु श्रीवास्तव, ऋषि त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य माया शंकर शुक्ला, हरिप्रकाश मिश्र, चिरंजीव चौरसिया, प्रदीप शुक्ला, रणजीत राय बड़े, पवन यादव, अजय सिंह टप्पू, सज्जन मणि त्रिपाठी, राहुल तिवारी, रवि प्रकाश श्रीवास्तव, पिंटू गौड़, अधिवक्ता, बृजबिहारी लाल श्रीवास्तव, कमल शंकर पति त्रिपाठी, विष्णु कांत शुक्ला, विरेंद्र शाही, अरविंद राम त्रिपाठी भी पहुंचे। 

व्यापारियों ने जताया शोक

उपेंद्र दत्त शुक्ल के आकस्मिक निधन पर व्यापारियों ने शोक जताया है। दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे, महामंत्री आलोक चौरसिया, थोक वस्त्र वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश नेभानी, उपाध्यक्ष बलराम अग्रवाल, चंद्रकेश निगम, महामंत्री संजय अग्रवाल, मनीष सराफ, शिवकुमार अग्रवाल ने शोक व्यक्त किया है। गोरखपुर डिस्पोजल एसोसिएशन के संरक्षक एवं भाजपा कार्यालय प्रभारी अशोक गुप्ता, अध्यक्ष पवन जालान, महामंत्री विशाल गुप्ता, कोषाध्यक्ष विष्णु जायसवाल, मनीष अग्रहरि, हनी अग्रवाल, आशीष कुमार, विकास कुमार गुप्ता, सुनील गुप्ता, शंभू जायसवाल, विष्णु गुप्ता, शंभू गुप्ता, अमरनाथ गुप्ता, सुमित गुप्ता, प्रभुनाथ गुप्ता, शुभम कश्यप ने अपने-अपने घर पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। भाजपा बाढ़ आपदा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक भीष्म चौधरी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पूर्वांचल उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र गुप्ता ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया। गोरखपुर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह मुन्ना, चैंबर ऑफ ट्रेडर्स के अध्यक्ष अनूप किशोर अग्रवाल, महामंत्री कमलेश अग्रवाल, गोरखपुर किराना कमेटी के महामंत्री गोपाल जायसवाल ने भी दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष मदन गुप्ता, महामंत्री भानु प्रकाश गुप्ता आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

भाजपा के कार्यक्रम स्थगित

प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ल के असमायिक निधन पर भारतीय जनता पार्टी ने 11 मई के सभी प्रस्तावित संगठनात्मक कार्यक्रम स्थगित कर दिए लेकिन सेवा व राहत कार्य जारी रहेंगे। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पार्टी ने एक निष्ठा व जुझारू सिपाही खोया है। राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने इसे संगठन के लिए गहरा आघात बताया। संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि उपेंद्र शुक्ल के निधन से हुई रिक्तता की भरपाई हो पाना संभव नहीं है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और उनके परिवारीजनों को दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना की। शुक्ल के निधन पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना, राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी, उपेंद्र तिवारी, अशोक कटारिया तथा भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों विजय बहादुर पाठक, पंकज सिंह, जेपीएस राठौर, गोविंद नारायण शुक्ला, समीर सिंह और मनीष दीक्षित ने शोक व्यक्त किया है।


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