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One Year Of Gehlot Government: भाजपा ने जारी की 52 आरोपों की चार्जशीट

One Year Of Gehlot Government सरकार के खिलाफ चार्जशीट जारी करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यह सत्ता के दो ध्रुवों में बंटी हुई सरकार है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 06:06 PM (IST)Updated: Tue, 17 Dec 2019 07:38 PM (IST)
One Year Of Gehlot Government: भाजपा ने जारी की 52 आरोपों की चार्जशीट
One Year Of Gehlot Government: भाजपा ने जारी की 52 आरोपों की चार्जशीट

जयपुर, जेएनएन। One Year Of Gehlot Government: राजस्थान में मौजूदा सरकार के कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा होने के मौके पर मंगलवार को प्रतिपक्षी भाजपा ने सरकार पर 52 आरोपों की चार्जशीट जारी की है और कहा है कि यह सरकार भगवान भरोसे चल रही है और एक साल में विकास के ढाई कोस भी नहीं चल पाई है।

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सरकार के खिलाफ चार्जशीट जारी करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यह सत्ता के दो ध्रुवों में बंटी हुई सरकार है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की आपस में लडाई में राजस्थान का नुकसान हो रहा है।

उन्होंने सरकार की ओर से आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों पर कहा कि हमारी सरकार के समय हम पर जश्न के नाम पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाया जाताा था, लेकिन आज किसान सम्मेलन और अन्य कार्यक्रमों के नाम पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। पूनिया ने कहा कि आज सरकार ने अपनी उपलबिधयों का बखान किया है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। सरकार भगवान भरोसे चल रही है। बहुत ज्यादा विफलताएं हैं। अशोक गहलोत ने खुद को दस में से दस नंबर दिए हैं, जबकि इस सरकार को पास होने लायक अंक भी नहीं मिल रहे हैं।

पूनिया ने कहा कि सरकार ने किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी के मामले में उनकी पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को झूठा साबित किया, क्योंकि इस मामले में सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। राजस्थान के बेरोजगारों को भत्ता देने की बात कही थी, लेकिन कुछ नहीं किया, हालांकि अपने बेटे को जरूर राजस्थान क्रिकेट संघ में एडजस्ट कर दिया। कानून व्यवस्था के मामले में सरकार पूरी तरह फेल रही है। राजस्थान शांत प्रदेश माना जाता था, लेकिन एक वर्ष में 1.76 लाख मुकदमे दर्ज हुए हैं। अफसोस होता है कि राहुल गांधी रेप इन इंडिया कहते हैं, लेकिन अपनी ही पार्टी की सरकार की बात नहीं करते, जहां दुष्कर्म की सर्वाधिक घटनाएं हुई हैं।

पूनिया ने कहा कि सरकार की नीयत शुरू से ही सही नहीं थी। हमने जो काम शुरू किए थे, वो सारे काम रोक दिए गए। ठेकेदारों के 50 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं। राज्य राजमार्ग पर टोल हटाए थे, लेकिन इस सरकार ने टोल वापस लगा दिए। पेट्रोल -डीजल पर वैट बढ़ा कर जनता को परेशान किया है। पूनिया ने कहा कि नागरिकता कानून को सरकार यहां लागू करने से मना कर रही है, जबकि इन्हीं मुख्यमंत्री ने अपने पिछले कार्यकाल में हिंदुओं और सिखों को नागरिकता देने की बात कही थी।

यहां नहीं है अभिव्यक्ति की आजादी

पूनिया ने कहा कि सरकार अभिव्यक्ति की आजादी को नहीं मानती है। जयपुर के जवाहर कला केंद्र में चलते हुए शो को सिर्फ इसलिए रोक दिया गया कि वहां आने वाले वक्ता कांग्रेस के आलोचक हैं। एकतरफा कार्रवाई करते हुए यह काम किया। इसी तरह नेहरू परिवार के खिलाफ वीडियो जारी करने वाली अभिनेत्री पायल रोहतगी के साथ बुरा बर्ताव हुआ। एक तरफ तो सरकार टुकड़े-टुकड़े गैंग की बात को सही ठहराती है, वहीं एक महिला को जेल हो जाती है।

स्वस्थ लोकतंत्र को भी नहीं मानती सरकार

पूनिया ने कहा कि सरकार स्वस्थ लोकतंत्र को भी नहीं मानती। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी अपने क्षेत्र में अस्पताल के लोकार्पण के लिए जा रहे थे, लेकिन उसी दिन वहां धारा 144 लगा दी गई और उद्घाटन करने से रोक दिया गया। इसी तरह कोटा में एक व्यक्ति की मौत पर प्रद्रर्शन के दौरान हमारे पूर्व विधायक को हिरासत में ले लिया। जश्न मनाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रखती। 

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