Sushant Singh Rajput Case: सुशांत मामले की जांच को लेकर राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल
Sushant Singh Rajput Case सुशांत सिंह राजपूत के मामले की जांच को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की।
मुंबई, एएनआइ। Sushant Singh Rajput Case: महाराष्ट्र में बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले की जांच और धार्मिक स्थानों को फिर से खोलने सहित कई मुद्दों को लेकर सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के मुंबई प्रमुख मंगल प्रभात लोढा ने किया। इस बीच, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में हो रही राजनीति तथा सीबीआइ जांच की तेज होती मांग के बीच मुंबई पुलिस ने सोमवार को एक नया रहस्योद्घाटन किया। मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुशांत ने गूगल पर 'पेनलेस डेथ' (बिना दर्द की मौत), 'सिजोफ्रेनिया' तथा 'बाइपोलर डिसऑर्डर' (दोनों ही मानसिक बीमारी) जैसे शब्द खोजे थे। उन्होंने यह भी बताया कि सुशांत गूगल पर अपना नाम भी यह जानने के लिए सर्च किया करते थे कि उनके बारे में क्या लिखा जा रहा है।
इस बीच, बिहार पुलिस की जांच टीम का नेतृत्व करने रविवार को मुंबई पहुंचे बिहार के एक आइपीएस अधिकारी को कोविड--19 के नियमन के तहत जबरन क्वारंटाइन कर दिया गया है। लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना को 'अनुचित और जबरिया' करार दिया। सुशांत का मामला बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में भी उठा और सभी दलों के सदस्यों ने सीबीआइ जांच की मांग की। सुशांत आत्महत्या मामले में इस समय मुंबई पुलिस तथा पटना पुलिस अलग--अलग जांच कर रही है। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के बांद्रा में एक अपार्टमेंट के अपने फ्लैट में फंदे से लटके पाए गए थे। सुशांत के पिता केके सिंह ने बेटे की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाते हुए पटना में एफआइआर दर्ज कराई है।
मुंबई पुलिस आयुक्त ने कहा कि यह पाया गया है कि अभिनेता को बाइपोलर डिसऑर्डर (ऐसी मानसिक स्थिति, जिसमें मूड बेहद अस्थिर हो) था और वह इसके निदान के लिए दवा ले रहे थे। यह जांच का विषय है कि कौन सी परिस्थितियां उनकी मौत का कारण बनीं। उन्होंने यह भी कहा कि सुशांत मामले की जांच करने मुंबई पहुंची बिहार पुलिस की टीम से असहयोग का कोई सवाल ही नहीं है। हम इस संबंध में कानूनी राय ले रहे हैं।