छत्तीसगढ़ में कांग्रेस, भाजपा की पदयात्रा का जवाब पदयात्रा से देगी
भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में एक साथ जनसंपर्क पदयात्रा शुरू करने जा रही है। इस पदयात्रा का उद्देश्य सरकार की उपलब्धियां और विकास बताकर प्रदेश में भाजपा की चौथी बार सरकार बनाना है।
नई दुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले जनता का भरोसा जीतने और पार्टी को मजबूत करने के लिए केवल भाजपा ही पदयात्रा नहीं करेगी, कांग्रेस भी सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा निकालने की गुपचुप रणनीति बना रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता हर विधानसभा क्षेत्र में पदयात्रा करके न केवल पार्टी की नब्ज टटोलेंगे, बल्कि चुनाव जिताउ प्रत्याशियों की तलाश भी करेंगे। साथ ही, चुनावी घोषणापत्र के लिए मुद्दे भी ढूंढ़ेंगे।
प्रदेश में रविवार से भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में एक साथ जनसंपर्क पदयात्रा शुरू करने जा रही है। इस पदयात्रा का उद्देश्य सरकार की उपलब्धियां और विकास बताकर प्रदेश में भाजपा की चौथी बार सरकार बनाना है। इधर, भाजपा की पदयात्रा को फेल करने और उसे चुनाव में नुकसान पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने भी पदयात्रा की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। भाजपा की पदयात्रा 31 मार्च तक चलेगी। इस बीच कांग्रेस सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ, ब्लॉक और जिला कमेटियों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम संकल्प शिविर लगाएगी। शिविर में वरिष्ठ नेता पहुंचेंगे और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशिक्षण देंगे। पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक संकल्प शिविर को 30 अप्रैल तक खत्म करने की पूरी कोशिश रहेगी। इसके बाद कांग्रेस विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पदयात्रा निकालेगी।
बड़े नेताओं की अलग-अलग टीम बनेगी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक पदयात्रा के लिए बड़े नेताओं की अलग-अलग टीम बनाई जाएंगी। 90 विधानसभा क्षेत्रों को चार सेक्टर में बांटकर या फिर, संभागवार पांच टीमें बनाई जा सकती हैं। वरिष्ठ नेताओं के साथ संबंधित विधानसभा क्षेत्र के पार्टी के विधायक या पूर्व विधायक, विधानसभा क्षेत्र के दावेदार, विधायक प्रतिनिधि और संबंधित जिले के पदाधिकारी भी पदयात्रा में शामिल होंगे।