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भीम आर्मी 2022 में लड़ेगी यूपी विधानसभा चुनाव, लखनऊ में पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर का संकेत UP News

UP News सहारनपुर से दलितों की राजनीति का आगाज करने वाले चंद्रशेखर ने 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारने का मन बना लिया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 06:16 PM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2020 07:24 PM (IST)
भीम आर्मी 2022 में लड़ेगी यूपी विधानसभा चुनाव, लखनऊ में पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर का संकेत UP News
भीम आर्मी 2022 में लड़ेगी यूपी विधानसभा चुनाव, लखनऊ में पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर का संकेत UP News

लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में पोस्टर ब्वाय बने भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर की महात्वाकांक्षा बढ़ती जा रही है। सहारनपुर से दलितों की राजनीति का आगाज करने वाले चंद्रशेखर ने 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारने का मन बना लिया है। पार्टी का गठन 15 मार्च को होगा।

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भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर रविवार देर शाम को लखनऊ पहुंचे। माना जा रहा था कि यहां के घंटाघर पर चल रहे नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन में शामिल होंगे। इसकी आशंका पर उनको वीवीआइपी गेस्ट हाउस में रोका गया। सोमवार को चंद्रशेखर ने लखनऊ में संत रविदास मंदिर में मत्था टेका। उसके बाद उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से भेंट की। राजभर ने करीब पंद्रह दिन पहले लखनऊ में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा के साथ भेंट कर भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया है। अब भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर के साथ आज की उनकी मुलाकात भी बड़ा संकेत दे रही है। भागीदारी संकल्प मोर्चा के नाम से छोटी-छोटी पार्टियां जो दलितों पिछड़ों की जातियों का प्रतिनिधित्व करती हैं, वैसी सात पार्टियां एक मंच पर आ रही हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सातों छोटी-छोटी पार्टियों को जोड़कर भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया है। दलितों और पिछड़ों से ताल्लुक रखने वाली जातियों के संगठन और दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हैं, खासकर आरक्षण और प्रमोशन को लेकर एक साथ आए हैं। अब सियासी रूप से भी दूसरे दलों के साथ बातचीत की शुरुआत की है।

उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही नए राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से सोमवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को वीआईपी गेस्ट हाउस में मुलाकात की। इनकी मुलाकात को आगामी विधानसभा चुनाव के दृष्टि से अहम माना जा रहा है। चंद्रशेखर ने मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा अभी नहीं की है।

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि 15 मार्च को वह राजनीतिक पार्टी का एलान करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनाव भी लडऩे की तैयारियां चल रही हैं। देशभर में सीएए व एनआरसी के खिलाफ होने वाले आंदोलन में भीम आर्मी अहम भूमिका निभाएगी। हम उत्तर प्रदेश को परखने के बाद अपने प्रत््याशी तय करेंगे।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश से अराजकता का दामन थाम कर दलितों के कद्दावर नेता के रूप में सियासी हैसियत कायम करने अपनी महत्त्वाकांक्षा की पूर्ति और बसपा का विकल्प बनने की तैयारी में लगी भीम आर्मी ने आगे का कदम बढ़ा दिया है। भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ने 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने का इरादा जाहिर किया है। इसके लिए उन्होंने 15 मार्च को राजनीतिक दल का गठन करने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी बताया कि भीम आर्मी अपने मौजूदा स्वरूप में संगठन के समानांतर काम करती रहेगी। चंद्रशेखर का कहना है कि राजनीति उनकी महत्वाकांक्षा नहीं बल्कि मजबूरी है। उन्होंने कहा कि वह तो दिसंबर में एक राजनीतिक दल के गठन की घोषणा करना चाहते थे, लेकिन फिर असंवैधानिक कानून (सीएए) लागू हो होने के कारण यह कार्य रुक गया क्योंकि सीएए के खिलाफ लड़ना चुनाव लड़ने से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया था। पिछले कुछ महीनों में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने अपने भाषणों और गिरफ्तारियों के लिए मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी। दिल्ली में सीएए के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान पोस्टर-ब्वाय भी बने।

राजभर को बताया भाई

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 भले ही अभी करीब दो वर्ष दूर हैं, लेकिन सियासी जमीन तैयार करने की कवायद दिखनी शुरू हो गई है। चंद्रशेखर ने राजभर से मुलाकात के बाद कहा कि चुनाव अभी दूर हैं। वह हमारे भाई हैं और अच्छे नेता भी हैं। विधानसभा में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और मुसलमानों की आवास अच्छे से उठाते आए हैं। प्रदेश में बीजेपी को रोकने के लिए सभी का सहयोग लिया जाएगा। 15 मार्च को पार्टी की घोषणा होने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा मेरे भारत बंद के एलान के बाद सुभासपा ने पूरा सहयोग दिया था। इसके लिए मैंने उनका धन्यवाद दिया।

देश में वंचितों की आवाज बनेंगे हम

राजभर ने कहा कि भाजपा देश में अमन शांति नहीं चाहती। यह तो लोगों को आपस में लड़ाकर मराना चाहते हैं। राजभर ने कहा कि हम इस देश में वंचितों की आवाज बनकर निकले हैं। कहीं भी वंचितों के साथ अत्याचार होगा तो उसके खिलाफ लड़ाई लड़ेगी। आने वाले समय में हम भीम आर्मी की आवाज विधानसभा में उठाते रहेंगे।  


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