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दो महीने बाद रामपुर पहुंचे आजम खां, 30 लाख जमा करने के बाद कराया पत्नी डॉ. तजीन का नामांकन

भू-माफिया घोषित होने के साथ ही 85 मुकदमों में नामजद आजम खां करीब दो महीने बाद सोमवार को रामपुर पहुंचे। आजम अपनी पत्नी डॉ. तजीन फातमा के नामांकन में शामिल हुए।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 04:19 PM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 08:46 PM (IST)
दो महीने बाद रामपुर पहुंचे आजम खां, 30 लाख जमा करने के बाद कराया पत्नी डॉ. तजीन का नामांकन
दो महीने बाद रामपुर पहुंचे आजम खां, 30 लाख जमा करने के बाद कराया पत्नी डॉ. तजीन का नामांकन

रामपुर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां को करीब दो महीने बाद अपने बीच पाकर रामपुर के लोग काफी अचंभित थे। भू माफिया घोषित होने के बाद सोमवार को रामपुर पहुंचे आजम खां ने कलेक्ट्रेट में अपनी पत्नी डॉ. तजीन फातमा का नामांकन कराया। उनकी पत्नी रामपुर में विधानसभा उप चुनाव में समाजवादी की प्रत्याशी हैं। वह फिलहाल राज्यसभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल नवंबर 2020 तक हैं।

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रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को चारों प्रमुख दलों समेत 10 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए। सपा की ओर से सांसद आजम खां की पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा ने नामांकन दाखिल किया। वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में रामपुर सीट से आजम खां जीते थे, जो बाद में लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए। इस कारण उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस कारण उपचुनाव कराया जा रहा है। इसके लिए 23 सितंबर को नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई, जिसका सोमवार को आखिरी दिन था। सभी उम्मीदवारों ने सोमवार को ही नामांकन पत्र दाखिल किए। निर्वाचन अधिकारी बने उप जिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने बताया कि 29 लोगों ने नामांकन पत्र लिए थे लेकिन, 10 ने ही पर्चे दाखिल किए। इस तरह 19 लोग चुनाव से पहले ही मैदान छोड़ गए।

रामपुर में भू-माफिया घोषित होने के साथ ही 85 मुकदमों में नामजद आजम खां करीब दो महीने बाद सोमवार को रामपुर पहुंचे। आजम खां इससे पहले 12 अगस्त को बकरीद पर सार्वजनिक रूप से दिखे थे। आजम खां अपनी पत्नी डॉ. तजीन फातमा के नामांकन में शामिल हुए।

काफी देर तक जमकर नारेबाजी

आजम खां आज पत्नी के नामांकन के दौरान शामिल हुए। आजम खां को अपने बीच देखकर कार्यकर्ताओं में भी जोश भर गया। इस दौरान काफी देर तक आजम खां के समर्थन में नारे भी लगे। आजम खां के पहुंचते ही समाजवादी पार्टी के कार्यकार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। यहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने काफी देर तक जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट में भी आजम खां साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। समाजवादी पार्टी ने अपने इस मजबूत किले को बचाने की जिम्मेदारी आजम खां को ही सौंपी है। समाजवादी पार्टी ने रविवार को पांच प्रत्याशियों का नाम घोषित किया था। इनमें रामपुर से प्रत्याशी का नाम नहीं था। देर शाम डॉ. तजीन फातमा का नाम घोषित किया गया।

 

रामपुर सदर सीट से नौ बार विधायक रहे हैं आजम

समाजवादी पार्टी के कद्दावर आजम खां रामपुर सदर सीट से नौ बार विधायक रहे हैं। 1993 के बाद से समाजवादी पार्टी यह सीट कभी नहीं हारी है। इस बार परिस्थितियां अलग हैं। 84 से ज्यादा मुकदमों में फंसे आजम खां और उनके परिवार के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का भी विषय बन गई है। जहां एक ओर पार्टी को लगता है कि मुस्लिम बहुल इस सीट पर आजम खां खिलाफ हो रही कार्रवाई से सहानुभूति का लाभ मिलेगा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 13 सितम्बर को रामपुर के दो दिन के दौरे पर आए थे। इस दौरान भी आजम खां के विधायक पुत्र अब्दुल्ला आजम खां ने अखिलेश यादव का स्वागत किया था। आजम खां इस दौरान गायब थे।

डॉ. तजीन ने जमा किए जुर्माने के 30 लाख

सांसद आजम खां की पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा ने अपना पर्चा दाखिल करने से पहले बिजली विभाग का 30 लाख रुपये का जुर्माना जमा कर दिया। इस मामले में उन्होंने जमानत भी कराई थी, लेकिन नामांकन दाखिल करने के लिए जुर्माना भी अदा करना पड़ा। रामपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा को प्रत्याशी बनाया है। उन पर बिजली विभाग ने पिछले दिनों 30 लाख जुर्माना लगाया था। इसमें 2637268 रुपये राजस्व निर्धारण किया गया है, जबकि, 3.40 लाख शमन शुल्क है। बिजली अधिकारियों ने पांच सितंबर को उनके हमसफर रिसॉर्ट में चेकिंग की थी। तब बिजली चोरी पकड़ में आई थी। उन्होंने इस मुकदमे में कोर्ट से अग्रिम जमानत भी करा ली थी, लेकिन नामांकन कराने के लिए एनओसी की जरूरत पड़ी। इस कारण उन्हें जुर्माना जमा करना पड़ा। बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता भीष्म कुमार शर्मा ने बताया कि डॉ. तजीन फात्मा ने जुर्माने की रकम अदा कर दी है। विभाग की ओर से मुकदमा खत्म हो गया है लेकिन, वह चाहें तो मुकदमा चला सकती हैं।


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