Ayodhya Ram Mandir Verdict 2019 : वसीम रिजवी ने कहा, शिया वक्फ बोर्ड अपने मकसद में हुआ कामयाब
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से तय हो गया है कि जन्मभूमि पर ही भव्य राम मंदिर बनेगा।
लखनऊ, जेएनएन। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि बोर्ड आज अपने मकसद में कामयाब हो गया। अयोध्या में जन्मभूमि पर ही राम मंदिर बने, यही हमारा मकसद था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से तय हो गया है कि जन्मभूमि पर ही भव्य राम मंदिर बनेगा। वक्फ बोर्ड की विशेष अनुमति याचिका खारिज होने का हमें कोई कष्ट नहीं है। इस संबंध में बोर्ड के सभी सदस्यों को अवगत करा दिया गया है।
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में यह बात कही गई है कि विवादित स्थल पर बनाई गई मस्जिद मीर बाकी ने बनाई थी। चूंकि मीर बाकी शिया मुसलमान था इसलिए स्पष्ट है कि यह मस्जिद भी शिया समाज की थी। उन्होंने कहा कि फैसले में जो पांच एकड़ भूमि देने की बात है वह मीर बाकी की मस्जिद के बदले में दी जा रही है। इस पर शिया वक्फ बोर्ड का अधिकार होना चाहिए। हालांकि इस पर शिया वक्फ बोर्ड कोई पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं करेगा।
राम जन्म भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाई गई नाजायज इमारत के बदले में कोई जमीन मस्जिद बनाने के लिए शिया वक्फ बोर्ड को नहीं चाहिए। शिया समाज के पास पहले से बहुत सारी जायज मस्जिदें मौजूद हैं। शिया वक्फ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट के फैसले को राष्ट्रहित में स्वीकार करता है।
बता दें कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने सबसे बड़े व ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या की विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक माना है, जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया गया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की सांविधानिक पीठ ने सर्वसम्मति से यह फैसला सुनाया है। हालांकि कोर्ट ने शिया वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े के दावों को खारिज कर दिया है।