नवजोत सिंह सिद्धू पर जल्द गिरेगी गाज, अमरिंदर कई मंत्रियों के बदलेंगे विभाग
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से आमने-सामने हुए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर जल्द ही गाज गिरेगी। कैप्टन कई मंत्रियों के विभाग बदलेंगे।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। अपने मुख्यमंत्री से आमने-सामने हुए पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर जल्द ही गाज गिर सकती है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसकी तैयारी कर ली है। कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्द अपने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल करेंगे और इसे अंतिम रूप दिया जा चुका है।
पूरे मामले में खास बात यह है कि निशाने पर केवल स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह ही नहीं, बल्कि दो-तीन और मंत्री भी हैं। इसमें प्रमुख रूप से वे मंत्री शामिल हैं, जो लोकसभा चुनाव के दौरान अपने विधानसभा हलकों में कांग्रेस को बढ़त नहीं दिला पाए। वहीं, फिलहाल पार्टी संगठन में किसी प्रकार के फेरबदल की संभावना नहीं है।
लोकसभा चुनाव में छह मंत्री अपने विधानसभा हलके में नहीं दिला पाए थे लीड
नवजोत सिंह सिद्धू का विभाग बदलने की घोषणा मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही कर दी थी। माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री केवल इस बात का इंतजार कर रहे थे कि सिद्धू का विभाग बदलने को लेकर पार्टी हाईकमान की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है। हालांकि, कांग्रेस की नीति के अनुसार मंत्रियों के विभाग बदलने का अधिकार मुख्यमंत्री के पास ही होता है, जबकि मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष की स्वीकृति जरूरी है।
राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी कैप्टन की ओर से विभाग बदलने की घोषणा के बाद सिद्धू और उनकी पत्नी ने लगातार दो गलतियां कर दीं। एक तो सिद्धू मुख्यमंत्री की ओर से बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। वहीं, सिद्धू की पत्नी ने बयान दे दिया कि सीएलपी की बैठक के लिए सिद्धू को बुलाया ही नहीं गया था। पार्टी ने नवजोत कौर के बयान को भी गंभीरता से लिया है। अगर सीएलपी का संदेश सिद्धू को नहीं मिला था, तो वह पहले ही इसकी जानकारी दे सकते थे, लेकिन यह बात नवजोत कौर ने सार्वजनिक तौर पर कही। वहीं, दूसरी तरफ सिद्धू का विभाग बदलने को लेकर पार्टी हाईकमान ने भी अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दी थी चेतावनी
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिेंदर सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि जो मंत्री व विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार को बढ़त नहीं दिलवा पाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। हालांकि, मुख्यमंत्री ने चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद यह प्रतिक्रिया दी थी कि उन्होंने यह घोषणा इसलिए की थी, ताकि मंत्री व विधायक एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करें। उन्होंने किसी भी कार्रवाई की संभावना से इन्कार कर दिया था।
इन मंत्रियों के विस हलकों में हारी थी कांग्रेस
पंजाब के छह कैबिनेट मंत्रियों मनप्रीत बादल, नवजोत सिंह सिद्धू, विजय इंदर सिंगला, सुंदर शाम अरोड़ा, अरुणा चौधरी और राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के हलके में कांग्र्रेस के प्रत्याशी को लीड नहीं मिली थी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इसमें से कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर सकते हैं।
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