विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी ने सुखबीर बादल व बैंस को तलब किया
विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी ने अकाली दल नेता सुखबीर बादल और लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को तलब कर लिया है।
- 6 फरवरी को पेश होना होगा बादल और सिमरजीत सिंह बैंस को
जेएनएन, चंडीगढ़। लंबे इंतजार के बाद अंतत: विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी ने अकाली दल के प्रधान और विधानसभा में अकाली दल विधायक दल के नेता सुखबीर बादल और लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को तलब कर लिया है। इन दोनों ही नेताओं को 6 फरवरी को विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी के समक्ष पेश होना होगा। वहीं, अकाली दल ने इसे लेकर विरोध करना शुरू कर दिया है। अकाली सांसद व नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा का कहना है कि यह सरासर गलत है।
बता दें कि सुखबीर बादल और लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस के विरुद्ध 23 जून 2017 को विशेषाधिकार हनन का मामला विशेषाधिकार कमेटी को सौंपा गया था। इस दिन सरकार ने सुखबीर बादल के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव भी पारित किया था। इन दोनों ही नेताओं पर स्पीकर के विरुद्ध गलत टिप्पणियां करने का मामला था। विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पारित होने के बाद से ही सत्तापक्ष पर धड़ों में बंटा नजर आ रहा था।
एक तरफ दबाव था कि सुखबीर को विशेषाधिकार हनन कमेटी के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया जाए जबकि दूसरा पक्ष इसके विरोध में था। सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को विशेषाधिकार कमेटी ने फैसला लेते हुए 6 फरवरी को सुखबीर और सिमरजीत बैंस को कमेटी के समक्ष पेश होने का नोटिस जारी कर दिया है।
जब नोटिस आएगा तब देखेंगे : सुखबीर
अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल का कहना है कि अभी नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है। जब नोटिस आएगा तब देखेंगे। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह कमेटी के समक्ष पेश होंगे या नहीं।
गलत कर रही है सरकार : प्रो. चंदूमाजरा
अकाली दल के सांसद प्रो. प्रेम सिंह मंदूमाजरा ने कहा कि अकाली दल के प्रधान को नोटिस जारी कर विशेषाधिकार कमेटी के समक्ष पेश होने के लिए तलब करना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि स्पीकर को चाहिए की सभी दलों को साथ लेकर चले। इस तरह से नोटिस जारी कर तबल करना गलत है।
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