Ayodhya Verdict: गहलोत बोले, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान हो; पायलट ने शांति व सद्भावना की अपील की
Ayodhya Verdict. अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने स्वागत किया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Ayodhya Verdict: अयोध्या में राम मंदिर मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा शनिवार को सुनाए गए फैसले का राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने स्वागत किया है।
सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि अयोध्या के फैसले का लंबे समय से इंतजार था, आखिरकार फैसला आ ही गया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि अब मंदिर मुद्दे पर भाजपा को राजनीति करने का मौका नहीं मिलेगा। प्रदेश के लोगों से शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हएु गहलोत ने कहा कि कानून किसी को हाथ में नहीं लेने देंगे। शांति व्यवस्था कायम रखना सरकार की जिम्मेदारी है।
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस लेने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि संसद में एक्ट पास करके इन्हें आजीवन एसपीजी की सुरक्षा दी गई थी। गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने की निंदा करते हुए गहलोत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्रियों को सुरक्षा देने का निर्णय हमेंशा लागू होता रहा है। लेकिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सुरक्षा भी हटा दी गई।
उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह के गृहमंत्री रहते हुए ऐसा नहीं हुआ, लेकिन अमित शाह के इस पद पर आते ही गांधी परिवार और मनमोहन सिंह की सुरक्षा हटा दी गई। गहलोत ने कहा कि भाजपा धर्म, राष्ट्रवाद और अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर राजनीति कर रही है, लेकिन अर्थव्यवस्था और रोजगार जैसे मामलों पर बात नहीं कर रही। देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है।
सचिन पायलट ने शांति व सद्भावना बनाए रखने की अपील की
उधर, उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने एक बयान में सभी लोगों से शांति एवं सद्भावना बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सभी को पालन करना चाहिए।
वसुंधरा राजे ने कहा, फैसला सत्य की विजय
अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि अयोध्या पर उच्चतम न्यायालय का निर्णय पूरे देश के लिए शिरोधार्य। तहेदिल से स्वागत करती हूं। सत्य शाश्वत होता है, अतः यह फैसला भी सत्य की ही विजय है।
राजे ने यहां जारी बयान में कहा कि भारत ने हमेशा दुनिया को शांति और सद्भावना का संदेश दिया है। इसलिए शीर्ष न्यायालय के फैसले को किसी की हार-जीत से नहीं जोड़कर इसका सभी को स्वागत करना चाहिए। शांति, सौहार्द व भाईचारे का परिचय देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक बेहतर भारत के निर्माण को गति देने वाला है। हमें पूरा विश्वास है कि यह ऐतिहासिक निर्णय देश के सामाजिक ताने-बाने और सामुदायिक संबंधों को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा। राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि किसी भी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन बेहद अहम होता है। इसलिए सभी 130 करोड़ भारतीयों को फैसले का सम्मान करते हुए देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप शांति व संयम का संदेश देना है।