भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह होंगे उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए पार्टी के उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।
लखनऊ, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को प्रदेश में राज्यसभा की रिक्त सीट पर प्रत्याशी घोषित किया है। समाजवादी पार्टी की तजीन फातमा के त्यागपत्र से खाली हुई इस सीट पर अरुण सिंह का निर्विरोध निर्वाचित होना निश्चित है। तजीन फातमा सपा नेता मोहम्मद आजम खां की पत्नी हैं। बीते छह माह के भीतर यह सपा के लिए चौथा बड़ा झटका होगा। राज्यसभा में सपा के 14 सदस्यों की संख्या घटकर अब मात्र दस रह गई है। इनमें बगावती तेवर अपनाए अमर सिंह भी शामिल हैं।
रामपुर विधानसभा क्षेत्र से अपने पति आजम खां की रिक्त सीट पर विधायक चुने जाने के बाद तजीन फातमा ने राज्यसभा से त्यागपत्र दे दिया था। इससे पूर्व सपा के तीन राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर, सुरेंद्र नागर और संजय सेठ सपा से इस्तीफा देकर अब भाजपा के सदस्य के रूप में राज्यसभा पहुंच चुके हैं।
मीरजापुर जिले के निवासी अरुण सिंह को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का करीबी माना जाता है। अरुण राष्ट्रीय महासचिव के साथ केंद्रीय कार्यालय प्रभारी का दायित्व भी संभाले हुए हैं। वह अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। पहली बार संसद के उच्च सदन में जाएंगे हालांकि उनका कार्यकाल 25 नवंबर 2020 तक ही रहेगा।
राज्यसभा की खाली सीट के लिए उप चुनाव का मतदान 12 दिसंबर को होगा। सुबह नौ से शाम चार बजे तक मतदान होगा, जबकि पांच बजे से मतगणना होगी। इसका परिणाम भी 12 दिसंबर को घोषित किया जाएगा। इस खाली सीट पर निर्वाचन सम्पन्न कराने की अंतिम तारीख 16 दिसंबर है।
UP राज्यसभा की रिक्त पर उप चुनाव 12 को
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में रामपुर सदर से डॉ. तजीन फात्मा के विधायक चुने जाने के बाद अब राज्यसभा के उप चुनाव का मतदान होना है। डॉ. तजीन फात्मा का कार्यकाल 25 नवंबर 2020 तक का था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश ने इस खाली सीट पर मतदान की तारीख 12 दिसंबर तय कर दी है। इस सीट पर नामांकन दाखिल कराने की प्रक्रिया 25 नवंबर से ही शुरू हो गई है, परंतु अभी तक किसी प्रत्याशी ने पर्चा नहीं भरा है। नामांकन प्रक्रिया नामांकन की अंतिम तारीख दो दिसंबर है। तीन तक नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि पांच दिसंबर को नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है। डॉ. तजीन फात्मा ने बीते दिनों विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ भी ली है। उनके विधायक निर्वाचित होने के बाद से राज्यसभा की एक सीट खाली हो गई है। इस खाली सीट पर भाजपा की निगाह लग गई थी।